उपद्रव. पांच घंटे तक बनी रही तनावपूर्ण स्थिति, लगते रहे प्रशासन विरोधी नारे
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जनसेवा को रोका, थाने में घुसे सैकड़ों छात्र
उपद्रव. पांच घंटे तक बनी रही तनावपूर्ण स्थिति, लगते रहे प्रशासन विरोधी नारे सिमरी बख्तियारपुर : सोमवार सुबह अनुमंडल अंतर्गत सिमरी बख्तियारपुर-सहरसा मुख्य मार्ग पर हुए हादसे के बाद प्रशासन की सुस्ती की वजह से लगभग पांच घंटे तक सिमरी बख्तियारपुर में तनावपूर्ण स्थिति बनी रही. जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह कोचिंग के लिए सहरसा […]
सिमरी बख्तियारपुर : सोमवार सुबह अनुमंडल अंतर्गत सिमरी बख्तियारपुर-सहरसा मुख्य मार्ग पर हुए हादसे के बाद प्रशासन की सुस्ती की वजह से लगभग पांच घंटे तक सिमरी बख्तियारपुर में तनावपूर्ण स्थिति बनी रही. जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह कोचिंग के लिए सहरसा जा रहे छात्र के ट्रक के चपेट में आने की खबर बख्तियारपुर में फैली. छात्रों का जुटान बख्तियारपुर थाना के निकट बढ़ने लगा.
छात्र ट्रक की जल्द से जल्द बरामदगी की मांग करने लगे. इसके बाद लगभग सुबह साढ़े सात बजे के करीब लगभग डेढ़ सौ की संख्या में छात्र थाने के आगे जमा होने लगे और थाने के बंद गेट को खुलवाने की मांग करने लगे.
थोड़ी देर बाद गेट खुलते ही अंदर घुस गये और प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे. काफी मशक्कत से छात्रों को थाने से बाहर किया गया. इसके बाद आक्रोशित छात्रों का झुंड सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पहुंच गया. वही छात्रों ने स्टेशन पर खड़ी 15209 सहरसा-अमृतसर जनसेवा एक्सप्रेस को आगे बढ़ने से रोक दिया. हालांकि यात्रियों के समझाने-बुझाने पर छात्रों ने पांच मिनट बाद ट्रेन को आगे बढ़ने दिया. यह ट्रेन नौ बज कर पांच मिनट पर सिमरी बख्तियारपुर पहुंची और नौ बजकर सोलह मिनट पर अमृतसर की ओर रवाना हो सकी.
छात्रों ने बाजार भी कराया बंद :
इसके बाद छात्रों का झुंड सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन से निकलते हुए स्टेशन चौक पहुंचा. स्टेशन चौक पहुंचते ही छात्र और उग्र हो गये और उन्होंने टायर जला कर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. जाम के दौरान छात्रों ने पास के टेंपो स्टैंड से टेंपो लाकर रोड पर खड़ा कर दिया. इससे आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गयी. इधर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जाम स्थल पर पहुंच कर छात्रों को समझाना शुरू कर दिया.
लेकिन छात्र मुआवजे सहित कई मांगो को लेकर काफी उग्र हो चुके थे. इसके बाद करीब साढ़े दस बजे बख्तियारपुर थानाध्यक्ष उमाशंकर कामत दल-बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे. जिसके बाद छात्र और भी आक्रोशित हो गये और घटना के घंटों बाद भी सुस्त पुलिसिया कार्यवाई से नाराज हो कर बाजार बंद करवाने लगे. छात्रों का एक बड़ा झुंड प्रशासन मुर्दाबाद के नारे के साथ बाजार में दुकानें बंद कराना शुरू कर दिया. जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गयी.
प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की हुई बैठक : हालांकि प्रशासन के आग्रह पर सभी प्रदर्शनकारी छात्र स्टेशन चौक पहुंचे. चौक पर दुर्गा मंदिर के निकट प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई. जिसमें एसडीओ सुमन प्रसाद साह, डीएसपी अजय नारायण यादव, बख़्तियारपुर थानाध्यक्ष उमाशंकर कामत, सीओ धर्मेंद्र पंडित, सलखुआ थानाध्यक्ष तरुण कुमार तरुणेश, बलवाहाट ओपी प्रभारी सुमन कुमार, बनमा ओपी प्रभारी जितेंद्र सहनी, भाजपा के रितेश रंजन,
राजद के विपिन कुमार, जदयू के चंद्रमणि, वार्ड पार्षद विकास कुमार सहित अन्य शामिल हुए. बैठक में छात्रों ने प्रशासन के सामने मृतक छात्र के परिवार वालों को चार लाख का मुआवजा देने की मांग की. इसके साथ ही सुबह सवेरे छात्रों के सहरसा जाने के लिए स्टेट बस और टेम्पो में ओवरलोडिंग को रोकने की मांग की. छात्रों ने मुख्य सड़क के चौड़ीकरण की भी मांग की. जिसपर प्रशासन ने जल्द-से-जल्द विचार करने का आश्वासन दिया.
बाजार बंद कराते उग्र छात्र व छात्रों से बात करते प्रशासनिक अधिकारी.
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