दीपांकर, सहरसाः देश व समाज को तोड़ने वालों को देश का नेतृत्व कभी नहीं करने देंगे. जो लोग सांप्रदायिकता के नाम पर दिल्ली जाना चाहते हैं, उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया जायेगा. मोरचाबंदी शुरू हो चुकी है. बुधवार को दिल्ली में 11 दलों के साथ बैठक कर साथ चलने का निर्णय लिया गया है. पहला कदम बढ़ा दिया है. हम फेडरल फ्रंट बनाने के लिए प्रयासरत हैं और यह देश में सबसे मजबूत गंठबंधन होगा.
गुरुवार को सहरसा के पटेल मैदान में आयोजित प्रमंडलीय संकल्प रैली में नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग समाज में तनाव व अलगाव पैदा करना चाहते हैं. माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन हमें ऐसे हवाबाजों से सतर्क रहने की जरूरत है. भाजपा तो ऐसे हवा फैला रही है, मानो उनकी सरकार बन गयी हो, बस शपथ लेना बाकी रह गया हो. कांग्रेस और भाजपा दोनों प्रचार तंत्र के बल पर हवा फैलाने की कोशिश कर रही है, लेकिन उनका मंसूबा कामयाब नहीं हो पायेगा.
बेहतर कोसी के वादे में लगे हैं
कोसी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पहले से बेहतर कोसी के वादे में लगे हैं. बलुआहा में पुल बना, विजय घाट में तैयार होने वाला है. सड़क, पुल पुलियों का निर्माण हो रहा है. कोसी पुनर्वास योजना प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि यह तय है कि जिस प्रकार बिहार के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता, उसी प्रकार कोसी व मिथिला के विकास के बगैर बिहार का विकास नहीं हो सकता. रैली को राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव सहित प्रदेश अध्यक्ष, मंत्री विजेंद्र यादव, जीतन राम मांझी, नरेंद्र सिंह, नरेंद्र नारायण यादव, रेणु कुशवाहा, सांसद दिनेश चंद्र यादव, विश्वमोहन कुमार, विधायक डॉ अरुण कुमार, नीरज कुमार बबलू, रत्नेश सादा, सुजाता देवी, लेसी सिंह, अमला देवी, बीमा भारती, अनिरुद्ध प्रसाद यादव, विधान पार्षद इसराइल राइन, हारुण रशीद, विजय कुमार वर्मा सहित अन्य ने संबोधित किया.