सहरसा : डीएम साहब, गांधी पथ की नारकीय होती जा रही दशा पर आपको स्वयं संज्ञान लेना होगा. दिनोंदिन दशा बदतर होती जा रही है. नप की लापरवाही से यहां के स्थानीय लोग नरक में जीने को मजबूर बने हुए हैं. नई बनी सड़क पर नाले का गंदा पानी बहता रहता है. सिर्फ बहता ही नहीं,
जगह-जगह जमा रहता है. इन दिनों नालों की उड़ाही की जा रही है. नाले के गंदे पानी को निकाल सड़कों पर ही बहाया जा रहा है. आगे बहाव नहीं होने से यह सड़कों के किनारे लोगों के घर-दुकानों में प्रवेश कर रहा है. सड़क से बहता हुआ यह पानी दूसरे-तीसरे मुहल्लों में भी जलजमाव की समस्या बढ़ा रहा है. सक्षम लोगों ने तो मिट्टी भरा अपना दरवाजा ऊंचा करा लिया है. लेकिन अक्षम लोगों के घर व दुकानों में बेरोकटोक इस गंदे पानी का प्रवेश जारी है.
कृषि कॉलोनी में बांधा बांध
नाले का गंदा पानी बीएसएनएल ऑफिस के आगे से होता हुआ कृषि कॉलोनी में प्रवेश कर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न कर रहा था. कॉलोनी के लगभग दर्जन भर सरकारी क्वार्टरों में पानी घुस कर तबाही मचा रही थी. लगातार होती परेशान देखकर कॉलोनी के लोगों ने मिट्टी का बांध बना पानी को कॉलोनी में आने से रोक दिया है. लेकिन गंदे पानी के धाराप्रवाह को देख लगता नहीं है कि वह कारगर साबित हो पायेगा. कॉलोनी के लोगों ने बताया कि प्रशासन को गांधी पथ की दशा पर यथाशीघ्र संज्ञान लेना चाहिए. नहीं तो गंदे पानी के प्रवाह व जमाव से महामारी सहित हैजा व मलेरिया बीमारी फैलने की संभावना प्रबल होती जा रही है.
कृषि कॉलोनी में लोगों ने मिट्टी से बांधा बांध. । फोटो प्रभात खबर
जंकशन में मिला दें नाले को
गांधी पथ के लोगों ने कहा कि मंथर गति से नप द्वारा की जा रही सफाई में अभी लंबा समय लगेगा. जब तक गांधी पथ के दोनों ओर का नाला एबीएन हॉल के मुहाने तक साफ नहीं हो जाता है. तब तक बीएसएनएल ऑफिस के आगे से होते हुए वीर कुंवर सिंह चौक तक कच्चा नाला काट वहां बीएसएनएल कॉलोनी से आने वाले नाले के जंक्शन से मिला दिया जाये. जहां से यह पानी सीधे गर्ल्स हाई स्कूल के आगे वाले स्पेश में जाकर गिरती रहेगी. इधर एबीएन हॉल तक नाले के साफ होने व बहाव होने के बाद इस वैकल्पिक नाले को बंद कर दिया जाये तो कोई परेशानी नहीं होगी.