40 वर्षों में भी पेपर मिल शुरू नहीं, 16 वर्षों से मत्स्यगंधा झील बना है चरागाह, डीपीआर बनने के 9 वर्षों बाद भी नहीं बना ड्रेनेज सिस्टम.
सहरसा मुख्यालय : सीएम सर, आपकी प्रतिभा, शासन कौशल व बेदाग छवि पर जिले की जनता ने हमेशा बढ़-चढ़ कर विश्वास किया, हर पल आपका साथ दिया. लेकिन दुर्भाग्य, सहरसा कोसी प्रमंडल का मुख्यालय होने के बाद भी विकास के लिए दशकों से तरस रहा है. यहां विकास योजना के सारे कार्य ठप पड़े हैं. बेहतर सड़क, बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था, और अच्छी शिक्षा व्यवस्था ने आपको राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी.