सहरसा : होली के शुभ अवसर पर बनगांव में अन्य प्रदेशों से आये शास्त्रीय गायकों की प्रस्तुति हुई. जिसमें दरभंगा के मल्लिक बंधु शामिल हुए. गायक ने कई रागों में गायन, भजन व गजल से लोगों का मन मोह लिया. सन 1952 से होली के इस पारंपरिक रूप की शुरूआत की गयी थी. जिसे आज भी ग्रामीणों के सहयोग से निर्वाह किया जा रहा है.
जिससे होली का यह पर्व आनंदित व उत्साहित हो जाता है. इसके अलावा बबुआ बाल समाज द्वारा पूवारी टोला रामपुर बंगला में परंपरा के अनुसार दो दिनों तक नटुआ नांच का आयोजन किया गया था.