200 मीटर के दायरे में धारा 144 का सख्ती से पालन करने का निर्देश
सहरसा सदर : 24 फरवरी से आयोजित होने वाली इंटर की परीक्षा को हर हाल में कदाचार मुक्त वातावरण में सम्पन्न कराया जाएगा. उक्त वाते डीएम विनोद सिंह गुंजियाल ने परीक्षा से पूर्व परीक्षा के सफल आयोजन को लेकर आयोजित विधि व्यवस्था को लेकर आयोजित बैठक में प्रशासन की दायित्वों को लेकर बोध कराया. डीएम ने कहा कि कदाचार में शामिल वीक्षक, दंडाधिकारी ,पुलिस बल, केन्द्राधीक्षक, परीक्षार्थी व अभिभावक किसी को भी बख्शा नही जायेगा.
उन्होने कहा कदाचार को लेकर बिहार में जो छवि पिछले परीक्षा में देखने को मिली है उसे हर हाल में सभी को मिलकर बदलना होगा. शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजन के लिये डीएम ने सभी परीक्षा केन्द्रों के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 को शक्ति से पालन करने का निर्देश दिया है. इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर आयोजित बैठक में डीएम ने सभी परीक्षा केन्द्रों की निगरानी के लिये उड़नदस्ता टीम के साथ-साथ गश्ती दल दंडाधिकारी व एस्टेटिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की बात कही. डीएम ने कहा कि सघन जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को अंदर प्रवेश करने दिया जायेगा.
परीक्षा केन्द्र के अंदर बिना दंडाधिकारी की अनुमति के कोई भी लोग परीक्षा केन्द्र के अंदर प्रवेश पर पावंदी लगा दी गई है. डीएम ने कहा कि केवल वैध कार्ड धारक व्यक्ति ही परीक्षा केन्द्र के अंदर प्रवेश कर पायेंगे. डीएम ने सभी केन्द्राधिक्षकों को निर्देश देते कहा कि कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन करवाना सभी की जबावदेही व जिम्मेवारी होगी. सभी परीक्षा के नियमों का शक्ति से पालन करेंगे.
फोटो स्टेट की दुकानें रहेंगी बंद
परीक्षा केंन्द्र के आसपास की सभी फोटो स्टेट की दुकान को परीक्षा अवधि के दौरान पूर्णत: बंद रखने का निर्देश जारी किया गया है. डीएम ने इस बाबत सदर एसडीओ व सिमरी अनुमंडल एसडीओ व एसडीपीओ को इन निर्णय का सख्ति से पालन करवाने का निर्देश दिया है.
परीक्षा अवधि के दौरान यदि कोई भी फोटो स्टेट का दुकान परीक्षा केन्द्र के आसपास खुला पाया गया तो उस पर कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी. मालूम हो कि इस जिले में कदाचार मुक्त परीक्षा के संचालन के लिये जिला मुख्यालय में 15 व सिमरी अनुमंडल में सिर्फ छात्राओं के लिए दो परीक्षा केन्द्र बनाया गया है. सभी परीक्षा केन्द्र पर सीसीटीवी की नजर रहेगी.
बीडीओ कैमरे से भी परीक्षा केन्द्र के अंदर के गतिविधियों पर नजर रखा जायेगा. डीएम ने कदाचार मुक्त वातावरण में परीक्षा के संचालन के लिये अभिभावकों से भी सहयोग की अपील की है. ताकि उनके बच्चे अपने भविष्य का खुद निर्माता बन अपना निर्माण कर सके.