सहरसा सिटी : नगर परिषद की उपसभापति रंजना सिंह पर वार्ड पार्षदों द्वारा लगाया गया अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार को पारित हो गया.
नगर परिषद सभाकक्ष में आयोजित विशेष बैठक में नियत समय पर सभापति सहित 31 पार्षद पहुंचे. पूरी गहमागहमी व सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई बैठक में वोटिंग के बाद सभापति सह अध्यक्ष राजू महतो ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने की घोषणा की. प्रस्ताव पारित होने की घोषणा होते ही मौजूद पार्षदों के खेमे में खुशी की लहर दौड़ गयी.
निर्धारित समय में पार्षदों व प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी कहरा सीओ अनिल कुमार सिंह व पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह के पहुंचने के बाद विशेष बैठक की कार्यवाही शुरू की गयी. कार्यपालक दंडाधिकारी दिनेश राम ने सभापति से अनुमति लेकर बैठक का विषय प्रवेश कराया. वार्ड नंबर 22 के पार्षद श्याम जायसवाल ने उपसभापति के विरूद्व लगे अविश्वास को जायज बताते कहा कि विगत साढे तीन साल से नप का विकास कार्य ठप है. इनके कार्यकलाप के कारण नप की छवि धुमिल हो रही है.
जिसका पार्षद सुबोध साह ने समर्थन किया. जिसके बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई. जिसमें अविश्वास के समर्थन में 29 मत पड़े व एक मत रद्द हुआ. सभापति ने की घोषणानगर परिषद उपसभापति के विरुद्ध 27 पार्षदों द्वारा लगाये गये अविश्वास प्रस्ताव को पारित होने की घोषणा सभापति राजू महतो ने की.
उन्होंने कहा कि बिहार नगर परिषद 2010 की धारा 25 के कंडिका चार के अनुसार विशेष बैठक के लिए नियत समय पद्धारण करने वाले पार्षदों की संपूर्ण संख्या के बहुमत से पारित प्रस्ताव अर्थात नगर परिषद सहरसा के कुल 40 सदस्यों में से मात्र 29 सदस्य के बहुमत के कारण मतदान की प्रक्रिया के बाद अविश्वास प्रस्ताव को पारित कर दिया गया.
सभापति ने कहा कि 30 दिनों के अंदर चुनाव आयोग के निर्देश पर चुनाव प्रक्रिया पूर्ण कर नये सिरे से उपसभापति का चुनाव किया जायेगा. 31 पार्षद रहे मौजूद उपसभापति पर लगाये गये अविश्वास प्रस्ताव की बैठक में 31 पार्षद मौजूद रहे. जबकि 27पार्षदों ने अविश्वास को लेकर सभापति को आवेदन सौंपा था.
बैठक में वार्ड पार्षद शोभा देवी, सरोजनी देवी, शहनाज खातुन, अनिता देवी, सुबोध साह, राजेंद्र यादव, मुसरत प्रवीण, विनय ठाकुर, मीना कुमारी, अनिल कुमार, फू ल देवी, रौशन आरा, तेजरानी देवी, सीता देवी, जयप्रकाश शर्मा, श्याम जायसवाल, कैलाश रजक, विमल किशोर, उमेश यादव, रेणु सिंहा, पंकज कुमार, मो कौसर, शिव कुमार रजक, रवींद्र राम, दिनेश यादव, सुनीता देवी, साजन शर्मा, मशरफ हुसैन, किरण देवी, मो मुस्तकीम मौजूद थे.
वही पार्षद सरस्वती देवी, अनिता देवी, डेजी भारती, नीलम देवी, रेशमा शर्मा, कुमारी सिद्वी प्रिया, मोनिका चौधरी, रंजना सिंह, मिथिलेश झा बैठक से अनुपस्थित रहे.तेजरानी का मत हुआ रद्दनगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 17 की पार्षद तेजरानी देवी ने मतपत्र पर अविश्वास के पक्ष में क्रास नहीं किया. पार्षद ने मतपत्र लेने के बाद सीधे बॉक्स में गिरा दिया. हांलाकि मत गिराने के बाद उन्होंने अपने भूल को स्वीकार करते सभापति को अपने भूल से अवगत कराया.
लेकिन मौजूद दंडाधिकारी व अन्य ने उन्हें अपने कुरसी पर बैठने की अपील की.सख्त थी सुरक्षा व्यवस्था विशेष बैठक को लेकर नगर परिषद में सुरक्षा की सख्त व्यवस्था थी. मजिस्ट्रेट कहरा सीओ अनिल कुमार सिंह व सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह पूरी व्यवस्था पर नजर बनाये हुए थे. दोपहर के ठीक बारह बजे सभाकक्ष की खिड़की व दरवाजा को बंद कर दिया गया.
पूरे परिसर में बीएमपी व महिला पुलिस बल को तैनात किया गया था. बांटी गयी मिठाई उपसभापति रंजना सिंह की कुरसी गिरने की घोषणा होते ही विपक्षी खेमे में खुशी की लहर दौड़ गयी. पार्षदों ने एक-दूसरे से गले मिल जीत की शुभकामना दी. जीत पर जमकर मिठाई बांटी गयी . पार्षदों व उनके समर्थकों द्वारा नप परिसर में नारेबाजी भी की गयी.
अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने की घोषणा करते सभापति राजू महतोफोटो – नप 11 – प्रस्ताव पारित होने के बाद खुशी व्यक्त करते पार्षद
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सहरसा नगरनगर परिषद में कर्मचारियों की अवैध बहाली व नप योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क से सदन तक लड़ाई जारी रहेगी.
उक्त बातें गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद पद से हटने पर प्रतिक्रिया जताते निर्वतमान उपसभापति रंजना सिंह ने कही. निवर्तमान उपसभापति श्रीमती सिंह ने कहा कि कुरसी के मोह में जनता की हितों से समझौता नहीं करुंगी. कर्मचारियों की अवैध बहाली के विरुद्ध उच्च न्यायालय में मामला चल रहा है.
सरकार के नियमों की अनदेखी कर कर्मियों के बीच राशि की बंदरबांट की गयी है. इसके अलावा कूड़ादान व लाइट योजना में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गयी है. मैं अविश्वास प्रस्ताव का सम्मान करती हूं.