सहरसा : नगरसड़क पर फैले कचड़े व बदबू को लेकर हमेशा लोगों के निशाने पर रहने वाली नगर परिषद के अंदर भी सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है. ज्ञात हो कि नगर परिषद उपसभापति रंजना सिंह के पति संजय कुमार सिंह द्वारा उच्च न्यायालय में नप कर्मियों के अवैध नियुक्ति के विरूद्ध दायर वाद के बाद कार्यरत कर्मियों की सेवा अधर में लटक चुकी है,
वहीं कर्मियों ने भी अपने संघ के माध्यम से उपसभापति व उनके पति के विरूद्ध मोरचा खोल दिया है. क्या है अवैध नियुक्ति का मामलानगर परिषद में नगर विकास विभाग द्वारा सृजित पदों की संख्या से अधिक लगभग 29 कर्मियों की नियुक्ति बोर्ड के माध्यम से कर ली गयी.
इसके अलावा उक्त कर्मियों को नगर विकास विभाग की जानकारी के बगैर वेतनमान का लाभ देते स्थायीकरण कर दिया गया. इस भर्ती प्रक्रिया में नप के कई कर्मी व पार्षदों के रिश्तेदारों को भी लाभ पहुंचाया गया था. जिसके विरूद्ध पूर्व में भी स्थानीय लोगों ने वाद दायर किया था. जिसके बाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर आठ कर्मियों की नौकरी समाप्त कर दी गयी थी.
इधर उपसभापति रंजना सिंह के पति संजय कुमार सिंह ने भी कोर्ट में वाद दायर कर शेष सभी कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया को अवैध बताते न्याय की मांग की है. इनकी नौकरी खतरे में!वादी व वार्ड नंबर 27 निवासी संजय कुमार सिंह द्वारा दायर याचिका में नप के 29 कर्मियों की नियुक्ति को अवैध बताते कोर्ट में चुनौती दी गयी है.
1. ललित कुमार, जेई नप
2. अजय कुमार,जेई नप3
. शेखर शुक्ला, अकाउंटेंट
4. नीरज कुमार वर्मा, सहायक
5. गणेश लाल देव, टैक्स दारोगा
6. मेघम बैठा, टैक्स दारोगा
7. रवि शंकर सिन्हा, कंप्यूटर ऑपरेटर
8. देव नारायण साह, टैक्स दारोगा
9. जितेंद्र कुमार, टैक्स दारोगा
10. गौतम कुमार, टैक्स दारोगा
11. संजीव वर्मा, टैक्स दारोगा
12. मो रजीउद्दीन, टैक्स दारोगा
13. अमित कुमार, टैक्स दारोगा
14. मनीष कुमार, टैक्स दारोगा
15. छोटकन राय, अमिन
16. विजय दास, जंजीर वाहक
17. चंद्र किशोर मुखिया, सहायक इंस्पेक्टर
18. शिवेंद्र भगत, सहायक इंस्पेक्टर
19. विवेकानंद झा, सहायक जमादार
20. पंकज पंडित, जंजीर वाहक
21. मो हसनेन, चपरासी
22. सुमन डे, गार्ड
23. आनंद कुमार, लिपिक
24. मिथिलेश कुमार, चालक
25. अमरेंद्र यादव, चालक
26. प्रमोद कुमार, चालक
27. अमित यादव, टैक्स दारोगा
28. अनिल कुमार, टैक्स दारोगा
29. संतोष कुमार, सहायकबैठक कर बनायी रणनीतिउपसभापति के पति द्वारा दायर याचिका के बाद नप कर्मियों ने भी विरोध शुरु कर दिया है.
सोमवार को नप परिसर में संघ की बैठक कर उपसभापति पर दमनात्मक व शोषण करने का आरोप लगाया गया. संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि उपसभापति के पति द्वारा स्थायी कर्मचारी से 50 हजार व अस्थायी कर्मचारी से 25 हजार रुपये की मांग की गयी थी.
जिसके नहीं देने पर उनलोगों को परेशान किया जा रहा है. क्या कहता है कर्मचारी संघकर्मचारी संघ के सदस्यों ने बताया कि इस बार आरपार की लड़ाई होगी. उन्होंने बताया कि नप कर्मी न्याय मिलने तक विरोध जारी रखेंगे. जिसके तहत उपसभापति के वार्ड नंबर 27 में विकासात्मक व सफाई कार्य सहित अन्य कार्य को मंगलवार से पूर्णत: बाधित कर दिया जायेगा.
इसके अलावा उपसभापति को नप परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा. इस मौके पर संघ के सचिव रविशंकर सिन्हा, उपाध्यक्ष रजिउद्दीन, ललित कुमार, अजय कुमार, शेखर शुक्ला, कि शोर कुमार झा, बाल किशोर सिंह, गणेश लाल देव, आशीष आनंद, अनिल कुमार, परमित कुमार, अमन कुमार, देवनारायण साह, अमेरिका देवी सहित अन्य शामिल थे.
मेरे पति द्वारा नप में हुई अवैध नियुक्ति के विरूद्ध कोर्ट में याचिका दायर की गयी है. जिसके विरोध में झूठा आरोप लगाया जा रहा है. अगर कर्मियों की नियुक्ति जायज है तो हड़ताल व आंदेालन की जरुरत ही नहीं रहती.
रंजना सिंह, उपसभापति… नप में अवैध रुप से नियुक्ति कर सरकारी राशि को लूटा जा रहा है. अवैध नियुक्ति से जिले के बेरोजगारों को ठगने का काम किया गया है. कोर्ट से बेरोजगारों को न्याय मिलेगा.संजय सिंह, याचिकाकर्ता… उपसभापति व उनके पति द्वारा कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है.
आंदोलन न्याय मिलने तक जारी रहेगा.संतोष कुमार, अध्यक्ष, कर्मचारी संघफोटो-नप 14- उपसभापति के विरूद्ध बैठक कर रणनीति बनाते नप कर्मीफोटो- नप 15- उपसभापति रंजना सिंह