सहरसा : व्यवहार न्यायालय में सोमवार को जिला जज अजय नाथ झा ने बाल मित्र न्यायालय का शुभारंभ किया. बाल मित्र न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम चंद्रकांत झा बनाये गये हैं. जो बच्चों से संबंधित मामले की सुनवाई करेंगे.
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पोक्सो मामले की सुनवाई अब सहरसा में ही, बच्चों की पहचान रखी जायेगी गुप्त
सहरसा : व्यवहार न्यायालय में सोमवार को जिला जज अजय नाथ झा ने बाल मित्र न्यायालय का शुभारंभ किया. बाल मित्र न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम चंद्रकांत झा बनाये गये हैं. जो बच्चों से संबंधित मामले की सुनवाई करेंगे. जिला जज अजय नाथ झा ने कहा कि बाल मित्र […]
जिला जज अजय नाथ झा ने कहा कि बाल मित्र न्यायालय का शुभारंभ किया गया है. पहले यहां के बच्चों से संबंधित मामले की सुनवाई पूर्णिया में की जाती थी. वह अब जिले में ही निष्पादन होगा. उन्होंने बताया कि बच्चों के लिए सुधार गृह को बच्चों के पसंद के अनुसार बनाया गया है.
जिसमें अच्छे व सुंदर खिलौने के भी इंतजाम किये गये हैं. साथ ही अभिभावकों एवं बाहरी व्यक्ति से अलग बेहतर सुविधा प्रदान की गयी है. उन्होंने सबसे पूर्ण सहयोग करने का आह्वान किया. सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट द्वारा इस न्यायालय का निर्माण किया गया है. जहां शून्य से 18 वर्ष के पॉक्सो मामले के बच्चों को घरेलू वातावरण में न्याय दिलाया जायेगा.
वीसी से भी बच्चों से मुखातिब होंगे न्यायाधीश: भास्कर
जिला बाल संरक्षण इकाई सहायक निदेशक भास्कर प्रियदर्शी ने बताया कि इस न्यायालय में पोक्सो मामले के बच्चों को न्याय मिलेगा. जिसमें बच्चों की पहचान को पूरी तरह गुप्त रखा जायेगा. उन्होंने बताया कि न्यायाधीश भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बच्चों से मुखातिब होंगे.
जबकि अन्य को उन से मुखातिब होने नहीं दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि बच्चों के लिये न्यायालय में अलग से पूरा सुरक्षित माहौल प्रदान किया किया गया है. इसकी पूरी व्यवस्था न्यायालय के अंदर ही की गयी है. इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश रविन्द्र नाथ त्रिपाठी, सेशन जज मोती सिंह, विधिवेत्ता संघ अध्यक्ष मनोज सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
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