सहरसा : विकास समीक्षा यात्रा के क्रम में गुरुवार को जिला मुख्यालय से सुलिंदाबाद गांव में आयोजित जनसभा को संबोधित करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विकास के अब तक दूर रहे महादलितों के वार्ड से सात निश्चय योजना के कार्यों की शुरुआत हुई है. अगले दो वर्षों में राज्य के सभी गांवों में यह सारी सुविधा उपलब्ध करा दी जायेंगी.
हर टोले में पक्की सड़क व नाली, हर घर में नल का शुद्ध जल, शौचालय व बिजली पहुंचाने की योजना चल रही है. उन्होंने कहा कि दिसंबर महीने तक बिहार के सभी गांवों में बिजली पहुंचा दी गई है. इस साल के अप्रैल तक सभी टोलों में पहुंचा दिया जायेगा और साल के अंत तक सभी इच्छुकों के घर कनेक्शन भी दे दिया जाएगा.
महिला सशक्तीकरण की चर्चा करते कहा कि पंचायत में 50 व पुलिस में 35 व अन्य सभी तरह की नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने से महिलाओं ने समाज की परिभाषा ही बदल रही है. जीविका समाज की महिलाओं को स्वावलंबी बना रहा है. समाज को बदल दिया है. वह आत्मनिर्भर हो रही हैं. अभी राज्य में आठ लाख स्वयं सहायता समूह हैं. उनका लक्ष्य दस लाख समूह बनाने का है.
अरुण जी के गांव गए थे, कैसे नहीं करेंगे काम. विधायक अरुण कुमार के संबोधन का जवाब देते नीतीश ने कहा कि विधायक अरुण बाबू ने जो भी कहा है. बात हुई है. सब पर काम होगा. वे जिस सड़क को पीएचडी में डलवाना चाहते हैं. विभाग के सचिव राहुल जी आए हुए हैं. उनसे मिल कर बता दें. उसे पीएचडी में ले लिया जाएगा. वे जिस-जिस सड़क और जहां-जहां पुल-पुलिया बनवाना चाहते हैं. सूची दे दें. निश्चित बनेगा. सीएम ने कहा कि पिछली बार वे इनके गांव और इनके घर भी गये थे.
इनके गांव में मोर होने की बात सुनी थी. वहां जाकर मोर देखे भी थे. इनके घर गए और खाये भी तो इनका काम कैसे नहीं करेंगे. आमसभा में पूर्व विधायक गुंजेश्वर साह, सुरेंद्र यादव, संजीव झा, आलोक रंजन, अरूण कुमार, पूर्व एमएलसी इसरराइल राइन, भाजपा जिलाध्यक्ष नीरज कुमार गुप्ता, जदयू जिलाध्यक्ष चंद्रदेव मुखिया, अक्षय झा, विपीन सम्राट, शमशाद आलम, संजीव सिंह, सुशील यादव, अमीर राम, मो मोहीउद्दीन सहित हजारों अन्य मौजूद थे.
अनुसूचित विभाग का हो गया कायाकल्प : रमेश
राज्य सरकार के अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री रमेश ऋषिदेव नेमसभा को संबोधित करते कहा कि बिहार का कोई विभाग ऐसा नहीं है. जहां काम नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि 2000 से पूर्व उनके विभाग का बजट मात्र 40 करोड़ रुपये तक सिमा हुआ था. लेकिन नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही विभाग की उन्नति होने लगी. जिससे विभाग द्वारा काफी अधिक कल्याणकारी योजनाएं लायी और पूरी की गई. मंत्री ने कहा कि अभी उनके विभाग का बजट 1500 करोड़ है. राज्य के सभी जिलों में अनुसूचित जाति-जनजाति के कल्याण के लिए स्कूल, हॉस्टल सहित अन्य योजनाएं पूरी की जा रही है.
कोसी में हुआ विकास नीतीश की ही देन : दिनेश
राज्य सरकार के लघु सिंचाई व आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि कोसी काफी पिछड़ा इलाका था. नीतीश कुमार कोसी के विकास के लिए हमेशा से चिंतित रहे हैं. रेलमंत्री रहते नीतीश ने ही सहरसा और मानसी को बड़ी रेललाइन से जोड़ बड़ी सुविधा प्रदान की थी. नहीं तो पहले 43 किलोमीटर की इस छोी दूरी को तय करने में चार घंटे का समय लगता था.
श्री यादव ने कहा कि सहरसा-दरभंगा के बीच कोसी महासेतु हो या मधेपुरा का विजय घाट पुल सब इनकी ही कृपा से हुआ है. सहरसा में कृषि महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज इनकी ही देन है. तटबंध का पक्कीकरण हो रहा है. नीतीश कुमार के कार्यकाल में विधायक को पांच करोड़ रुपये से अधिक की योजना मिल रही है.
हाइस्कूलों में भवनों की है जरूरत : अरुण
स्थानीय विधायक अरुण कुमार ने कहा कि सबसे अधिक आबादी वाले सहरसा विधानसभा का हाल खस्ता है. यहां जनसुविधाओं का घोर अभाव है. यहां न तो सड़कें बन रही है. न जलनिकासी की ही व्यवस्था की जा रही है. बैजनाथपुर पेपर मिल चालू करने वाले प्रतिनिधि की राह देख रहा है. बंगलादेश व नेपाल देश को जोड़ने वाले इस कोसी के इलाके में एम्स जैसे बड़े अस्पताल की जरूरत है.
उन्होंने मानसी से सुलिंदाबाद होते हरदी चौघारा तक स्वीकृत योजना को क्रियान्वित कराने की मांग की. विधायक ने मनोहर हाइस्कूल बैजनाथपुर, अमरपुर हाई स्कूल सहित अन्य स्कूलों में क्षमता से अधिक छात्र के होने की शिकायत करते वहां भवन निर्माण कराने की मांग की.
विकास समीक्षा यात्रा तहत आयोजित जनसभा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया संबोधित
विधायक ने जो भी कहा है उस पर अवश्य काम होगा : नीतीश कुमार