डेहरी कार्यालय : बीएमपी ग्राउंड में चल रहे सेना बहाली के कार्यक्रम में भाग लेने आनेवाले युवाओं में देश की रक्षा का जज्बा से ज्यादा नौकरी की आवश्यकता नजर आ रही है. हालांकि, नौकरी पाना उनकी मजबूरी तो है, लेकिन नौकरी पाने के बाद देश के लिए जीने मरने का सपना संजोए उक्त युवा हर हालात में बहाली प्रक्रिया में सफल होने के लिए घर से ठन कर निकले हैं. उन्हें उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि वह अपने मकसद में सफल होंगे. मंगलवार को औरंगाबाद व अरवल जिले से आये 4,144 युवकों ने बीएमपी मैदान में आयोजित दौड़ व अन्य प्रक्रियाओं में अपने किस्मत को आजमाया.
उक्त दोनों जिले से सोल्जर जीडी के लिए कुल 5832 युवाओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया था. आयोजित सभी बाधाओं को पार करते हुए उक्त दोनों जिले के 365 युवाओं ने सोल्जर बनने की पात्रता को प्राप्त करने में सफलता पायी. रैली में सफल युवाओं में से अधिकतर ने यह माना कि देश की सुरक्षा में अपना योगदान देने से बढ़कर कोई काम नहीं है, परंतु नौकरी न मिलने से बेरोजगार बैठे घर में परिवार के सदस्यों के ऊपर बोझ बनने से अच्छा है कि सेना द्वारा उपलब्ध करायी गयी नौकरी पाने के इस सौभाग्यशाली मौके को हम अपने हाथों से नहीं जाने दे. बहाली प्रक्रिया के पांचवे दिन बुधवार को गया जिले से ऑनलाइन आवेदन किये युवाओं की बहाली की प्रक्रिया को पूरा किया जायेगा. सेना बहाली में आए युवक चादर के सहारे ठंड से निजात पाने का प्रयास कर रहे हैं. शीत लहर है कि मानता नहीं उधर युवक हैं कि अपने हाथ से इस सुनहरे मोके को निकलने देना नहीं चाहते. जो युवक गर्म कपड़े नहीं लेकर आये हैं वह अपने साथी युवक के साथ एक ही चादर को ओढ़ ठंड से बचने का प्रयास करते दिख रहे हैं.