13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

युवक की मौत के बाद डॉक्टर पर हमला, नर्सिंग होम में तोड़फोड़

किसी तरह जान बचा कर भागे डॉक्टर आक्रोशित लोगों ने सड़क पर किया आगजनी, हंगामा घटनास्थल पर दंगा निरोधक दस्ता तैनात पूर्णिया : सोमवार की शाम इलाज के दौरान घायल युवक की मौत से आक्रोशित भीड़ ने शहर के लाइन बाजार के बिहार टॉकिज रोड स्थित निजी नर्सिंग होम में तोड़फोड़ करते हुए हंगामा किया. […]

किसी तरह जान बचा कर भागे डॉक्टर

आक्रोशित लोगों ने सड़क पर किया आगजनी, हंगामा
घटनास्थल पर दंगा निरोधक दस्ता तैनात
पूर्णिया : सोमवार की शाम इलाज के दौरान घायल युवक की मौत से आक्रोशित भीड़ ने शहर के लाइन बाजार के बिहार टॉकिज रोड स्थित निजी नर्सिंग होम में तोड़फोड़ करते हुए हंगामा किया. उग्र भीड़ ने डॉक्टर पर भी हमला बोल दिया, वे किसी तरह जान बचा कर भागने में सफल रहे. भीड़ ने एनएच-31 पर भी यातायात ठप कर दिया और टायर जला कर प्रदर्शन किया. घटना के बाद घटनास्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. घटना से लाइन बाजार में अफरा-तफरी मच गयी.
आनन-फानन में क्लिनिकों और दवा दुकानों के शटर गिर गये.
मो रागीब(18) लाइन बाजार कब्रिस्तान चौक के मो कलाम का पुत्र लाइन बाजार में ही किसी अन्य क्लिनिक में स्टाफ था. रविवार को शाम में कटिहार मेडिकल कॉलेज के पास वह सड़क हादसे में घायल हुआ था. गंभीर हालत में उसे बिहार टॉकिज रोड स्थित न्यूरोसर्जन डाॅ विजय कुमार चौधरी के नर्सिंग होम में भरती कराया गया था.
सोमवार को उसके हेड इंज्यूरी का ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के बाद वह होश में ही नहीं आया. बाद में डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसकी मौत की खबर सुन कर परिजन आक्रोशित हो गये. देखते-देखते पूरे मोहल्ले के लोग नर्सिंग होम पर जुट गये. उग्र भीड़ ने नर्सिंग होम पर धावा बोल दिया. भीड़ ने नर्सिंग होम के अंदर जम कर तोड़फोड़ की. नर्सिंग होम के सारे फर्नीचर तोड़ दिये. ऑपरेशन थियेटर को तहस-नहस कर दिया. नर्सिंग होम के बाहर खड़े डॉक्टर के सफारी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. इसी दौरान भीड़ को समझाने आये डॉक्टर भी गुस्से का शिकार हो गये. भीड़ ने उन्हें भी मारना-पीटना चालू कर दिया. किसी तरह डॉक्टर नर्सिंग होम से सटी इमारत में चले गये और
युवक की मौत…
वहां से भाग कर अपनी जान बचायी.
इसके बाद उग्र भीड़ ने बिहार टॉकिज रोड और एनएच-31 पर आवागमन देर शाम सात से साढ़े आठ बजे तक अवरुद्ध कर दिया और टायर जला कर हंगामा करने लगे. हंगामे को देखते हुए पूरे लाइन बाजार में अफरातफरी मच गयी. क्लिनिकों और दवा दुकानों के शटर गिरने शुरू हो गये. घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ राजकुमार साह, केहाट थानाध्यक्ष के के दिवाकर, सहायक खजांची थानाध्यक्ष मेनका रानी, सदर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार भारी पुलिस बल एवं दंगा निरोधक दस्ता के साथ मौके पर पहुंचे. हालांकि पुलिस के पहुंचने के बाद भी भीड़ का हंगामा चलता रहा. पुलिस जाम हटाने की कोशिश करती और आक्रोशित भीड़ दोबारा जाम कर देती थी. समाचार लिखे जाने तक हंगामा चल रहा था.
परिजनों का आरोप है कि रागीब को भरती करते वक्त डॉक्टर ने करीब डेढ़ लाख रुपये जमा कराये थे और उसकी जान बचा लेने की बात कही थी. अगर डॉक्टर ने मना कर दिया होता तो वे लोग दूसरे अस्पताल लेकर जाते. उसकी मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है. मोहल्ले में घटना को लेकर मातम का माहौल है. बताया गया कि मृतक स्थानीय वार्ड पार्षद का रिश्तेदार है.
स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. आगे कोई अप्रिय घटना नहीं हो इसके लिए पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है. घटना में डॉक्टर के सही सलामत होने की जानकारी मिली है . हालांकि उनसे संपर्क नहीं हो पाया है.
राजकुमार साह, एसडीपीओ

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें