पूर्णिया : शिवशक्तिनगर निवासी व मैट्रिक के छात्र कन्हैया कुमार की पीट-पीट कर की गयी हत्या का राज उसके प्राप्त मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल्स के आधार पर खुलने की संभावना प्रबल दिख रही है. अनुसंधान में जुटी पुलिस भी दावा कर रही है कि आरोपित प्रशांत सिन्हा एवं गोलू सिन्हा के मोबाइल नंबर के टावर लोकेशन से सच्चाई की तह तक पहुंचा जा सकता है.
इधर, प्रशांत सिन्हा की पुत्री मुस्कान (काल्पनिक नाम) के बयान से पुलिसिया अनुसंधान की दिशा में एक नया मोड़ आ गया है. सहायक खजांची थानाध्यक्ष के समक्ष मुस्कान ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनके व कन्हैया के बीच प्रेम-प्रसंग का रिश्ता था. रोज देर रात तक दोनों मोबाइल पर बातें किया करते थे. उन दोनों के प्रेम-प्रसंग को लेकर उनके तीन सहपाठी लड़कों को रास नहीं आ रहा था. यही वजह है कि कन्हैया और उन लड़कों के बीच बराबर विवाद चलता रहता था.
मृत छात्र से प्रेम प्रसंग की बात छात्रा ने कबूली : कन्हैया हत्या मामले को लेकर थानाध्यक्ष मेनका रानी ने बताया कि मुस्कान ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनका व कन्हैया के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था. घटना से पूर्व भी दोनों मोबाइल पर बातचीत कर रहे थे. कन्हैया ने घर आने की जिद की और घर भी चला आया. उसने बाहर का दरवाजा खोल दिया और दोनों एक ही कमरे में बातचीत करने लगे. घर में सभी सो रहे थे. पड़ोस के दो-तीन लोगों ने घर में चोर के घुसने की सूचना पापा को दी. पापा व चाचा चोर को ढूंढ़ने लगे और कन्हैया रूम में पकड़ा गया. पिटाई के क्रम में कन्हैया ने प्रेम-प्रसंग की जानकारी दी और मारपीट बंद कर दी गयी. फिर पापा व चाचा कन्हैया को बाइक पर बैठा कर कहीं ले गये और 10 मिनट में उसे छोड़ कर घर लौट गये. थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपितों के बयान के आधार पर मुस्कान, कन्हैया, मुस्कान के पिता प्रशांत सिन्हा व चाचा गोलू सिन्हा के प्राप्त मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल्स निकाला जा रहा है. इस आधार पर प्रशांत सिन्हा एवं गोलू सिन्हा के टावर लोकेशन को भी देखा जायेगा. अगर दोनों का टावर लोकेशन शंकर चौक तक ही सीमित रहेगा तो आरोपितों की बातों को यकीन किया जा सकता है. लेकिन इन दोनों के टावर लोकेशन बेलौरी पुल के निकट का मिलने पर कन्हैया की हत्या में संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मिलने के बाद हत्या के कारण का स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा. फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर तफ्तीश कर रही है.