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शुगर फ्री मिठाई की आड़ में उपभोक्ताओं का शोषण
पूर्णिया : दशहरा बीत चुका है. दीपावली और छठ दस्तक दे रहा है. इन दिनों बाजार में शुगर फ्री मिठाई की धूम मची हुई है. खास कर मधुमेह के रोगी मिठाई के नाम पर बेधड़क जहर खरीद कर खा रहे हैं. ऐसे मिठाई अक्सर आम मिठाई की तरह ही होती है या फिर निम्न कोटि […]
पूर्णिया : दशहरा बीत चुका है. दीपावली और छठ दस्तक दे रहा है. इन दिनों बाजार में शुगर फ्री मिठाई की धूम मची हुई है. खास कर मधुमेह के रोगी मिठाई के नाम पर बेधड़क जहर खरीद कर खा रहे हैं.
ऐसे मिठाई अक्सर आम मिठाई की तरह ही होती है या फिर निम्न कोटि के सैकरिम से बने होते हैं. दुकानदारों द्वारा ग्राहकों से शुगर फ्री मिठाई के नाम पर मोटी रकम की वसूली भी की जा रही है. ऐसी मिठाई बेच कर दुकान दार लोगों के सेहत के साथ-साथ जेब पर भी सेंधमारी कर रहे हैं. ऐसे मिठाई कारोबारी पर कार्रवाई करने में विभाग भी उदासीन बना हुआ है.
कैसे तैयार होता है शुगर फ्री प्रोडक्ट्स: आम मिठाई की तरह शुगर फ्री मिठाई भी तैयार किया जाता है.अंतर सिर्फ इतना होता है कि आम लोगों की मिठाई में चीनी का प्रयोग किया जाता है. जबकि शुगर फ्री मिठाई में सैकरिम टेबलेट,पाउडर व लिक्विड का प्रयोग किया जाता है. सैकरिम (स्क्रूको ऑलिगो सैकरिट ) चीनी से भी काफी कम कीमत में उपलब्ध होता है.
जिसकी कैलोरी चीनी की तुलना में न के बराबर होती है. इन पदार्थों से बने शुगर फ्री मिठाई सेहत के लिए भी लाभदायक होता है और आम मिठाई की तुलना में कीमत भी कम होती है. बाजार में दुकानदार निम्न गुणवत्ता के स्क्रूको का प्रयोग कर लोगों से शुगर फ्री के नाम पर दोगुने से भी अधिक कीमत वसूल कर रहे हैं. लोग शुगर फ्री के नाम पर सरेआम बाजार में लूट रहे हैं. लेकिन उन्हें इस शुगर फ्री प्रोडक्ट की गुणवत्ता का कोई अंदाजा नहीं होता है.
ग्राहकों का हो रहा है शोषण : मिठाई एवं हाई कैलोरी के सेवन से वंचित मधुमेह एवं ह्रदय रोगियों को शुगर फ्री मिठाई लुभाती है. दुकानदार ऐसे मरीजों के मनोस्थिति का जम कर दोहन करते हैं.
शुगर फ्री के नाम पर साधारण से साधारण मिठाइयों की कीमत दोगुनी हो जाती है. मजबूरी में लोग ऐसी मिठाइयां खरीदने को बाध्य हो जाते हैं. जबकि शुगर फ्री मिठाई की कीमत आम मिठाई की तुलना में आधी होनी चाहिए. कुछ दुकान तो आम मिठाई को ही शुगर फ्री बता कर धड़ल्ले से बेच रहे हैं. शहर में कई ऐसे दुकान हैं, जहां शुगर फ्री का बोर्ड लगा कर ग्राहकों का शोषण किया जा रहा है.
कुकुरमुत्ते की तरह उग आये हैं शुगर फ्री दुकान
शहर के चप्पे-चप्पे में शुगर फ्री मिठाई का बोर्ड लगा कर ग्राहकों को ठगने का काम किया जा रहा है. इसमें से तो कई दुकानदार खुद को शुगर फ्री का स्पेशलिस्ट बताते हैं, जो हकीकत से दूर है. सच तो यह है कि इन दुकानों में अधिकांश मिठाइयां पश्चिम बंगाल से मंगायी जाती है. जो कृत्रिम दूध, खोआ आदि से तैयार किये जाते हैं. ऐसी मिठाइयां मधुमेह व ह्रदय रोगियों के लिए खतरनाक होती है. साथ ही आम लोगों के पेट से संबंधित कई रोगों के कारक भी होते हैं. यहां सैंपल जांच नहीं होने के कारण विभाग भी खामोश रहता है. विभाग का कहना है कि यदि किसी के सैंपल को जांच के लिए भेजा जाता है तो रिपोर्ट आते आते लंबा समय बीत जाता है. जिससे जांच रिपोर्ट के मायने भी बदल जाते हैं.
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