पूर्णिया : आउटसोर्सिंग एजेंसी के चयन के बाद अस्पताल के मरीजों के भोजन मीनू में शामिल डेढ़ सौ ग्राम बटर आउट सोर्सिंग एजेंसी एवं जिला स्वास्थ्य समिति के लिए गले की हड्डी बन गयी है. ऐसा इसलिए है कि नाश्ते में शामिल डेढ़ सौ ग्राम बटर का खुदरा बाजार में कीमत लगभग साठ रुपये के आस पास बताया जा रहा है.
ऐसे में आउट सोर्सिंग एजेंसी एवं डीएचएस दोनो दुविधा की स्थिति में है. यदि मीनू से बटर को बाहर कर दिया जाता है तो मरीजों को मिलने वाली कैलौरी प्रभावित होती है और बटर शामिल कर दिया जाता है तो आउट सोर्सिंग एजेंसी का बजट गड़बड़ा जाता है. दोनों ही स्थिति में सवाल पैदा होना लाजिमी है कि इतनी बड़ी चूक आखिर कैसे हुई.
सदर अस्पताल के भोजन के मीनू में बटर ने बचाया बवाल
सदर अस्पताल के अंत:वासीय मरीजों के भोजन का जिम्मा अंग फाउंडेशन को दिया गया है. विभाग की ओर से उन्हीं के मीनू को आदर्श मीनू मानते हुए भोजन की व्यवस्था का कमान सौंपा गया. नये मीनू के अनुसार दोपहर के भोजन में सप्ताह के तीन दिन ननवेज भोजन मरीजों को दिया जायेगा. जिसमें चिकेन, मटन, मछली एवं अंडा शामिल है. अन्य दिन चावल, दाल, सब्जी , भुजिया , केला, सलाद एवं दही दिया जायेगा. जबकि रात के भोजन में रोटी , सब्जी , दाल, दूध, सलाद एवं दही परोसा जायेगा. शाम में चाय, बिस्कुट एवं केला दिया जायेगा. आउटसोर्स एजेंसी की ओर से मरीजों को कुल 4094 कैलोरी देने का दावा किया गया है. स्वास्थ्य विभाग अब आउट सोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से सुबह के नाश्ते में डेढ़ सौ ग्राम बटर, पावरोटी , अंडा के साथ केला , जूस एवं दो सौ ग्राम दूध भी परोसने की व्यवस्था की है. यही बटर अब विभाग एवं आउटसोर्सिंग एजेंसी के लिए समस्या बन गयी है. जो दोनो को न निगलते बन रहा है और न ही उगलते बन रहा है. ऐसे में भोजन के मीनू से बटर को हटा दिया जाता है तो सरकार की ओर से निर्देशित कैलौरी 3500 की तुलना में काफी कम कैलोरी भोजन में बच जायेगा. निविदा के की ओर से मीनू तय हो जाने के बाद मीनू में किसी भी प्रकार के छेड़छाड़ का कोई स्थान ही नहीं रह जाता है.