पूर्णिया : प्रयास जुवेनाइल एंड सेंटर के सहयोग से बालगृह में रह रहे 13 विक्षिप्त बच्चों की जांच मंगलवार को मानसिक चिकित्सक द्वारा की गयी. मनोवैज्ञानिक चिकित्सक डा आरिफ ने विक्षिप्त बच्चों की जांच कर बताया कि अधिकांश बच्चों का आइक्यू स्तर काफी कम है. इन्हें दवाई से अधिक विशेष प्रशिक्षण देने की जरूरत है. कहा कि ऐसे बच्चों के मानसिक हालात पूर्ण रूप से ठीक नहीं हो सकते हैं.
किंतु विशेष प्रशिक्षण के द्वारा ऐसे बच्चे अपने से दैनिक कार्य कर जीवन बिता सकते हैं. उन्होंने बच्चों के विक्षिप्त होने के मुख्य कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कभी-कभी बच्चे मां के गर्भ से देर से बाहर आते हैं, जिससे दिमाग का सेल कमजोर हो जाता है. अधिक उम्र में मां बनने वाले बच्चों में भी ऐसी समस्या होती है. प्रयास के अधीक्षक रामचंद्र ने बताया कि संस्था के सहयोग से बालगृह के विक्षिप्त बच्चों की नियमित जांच की जाती है.
बताया कि डा आरिफ सेवाभाव से बालगृह आकर बच्चों की चिकित्सा कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि बालगृह में कुल 36 बच्चे हैं, जिनमें 23 बच्चे मानसिक रूप से सामान्य हैं. इनमें बाल श्रमिक, अनाथ एवं भटके बच्चे हैं. इस मौके पर प्रयास के परामर्शदाता अपर्णा विश्वास, पारा मेडिकल रूबी, गृहमाता सीमा कुमारी, गृहपिता जितेंद्र कुमार आदि मौजूद थे.