पूर्णिया : गुलाबबाग मंडी स्थित चावल व्यवसायी ओमप्रकाश गुप्ता के प्रतिष्ठान में मंगलवार की रात हुई 30 लाख रुपये की डकैती के मामले में भले ही तीन व्यक्ति की गिरफ्तारी हो गयी है, लेकिन रुपये की बरामदगी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. इसके अलावा शेष छह अपराधियों की गिरफ्तारी भी एक बड़ी चुनौती है.
जानकारों की मानें तो इस पूरे प्रकरण का सरगना अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. वहीं सूत्र यह भी बताते हैं कि इस डाका कांड का मास्टर माइंड पूर्णिया सेंट्रल जेल में बंद है. बहरहाल इस बाबत पुलिस को अहम सुराग मिले हैं और पुलिस जेल में बंद अपराधियों से पूछताछ भी कर सकती है.
डाका कांड के उद्भेदन के लिए गठित टीम का नेतृत्व कर रहे सदर एसडीपीओ राजकुमार साह शनिवार की दोपहर सेंट्रल जेल पहुंचे. हालांकि जेल अधीक्षक जवाहर लाल प्रभाकर ने इस संबंध में जानकारी देने से इनकार किया है.
उन्होंने बताया कि पुलिस रिमांड पर लेकर ही किसी भी अपराधी से पूछताछ की जा सकती है. सूत्र बताते हैं कि एसडीपीओ आने वाले समय में रिमांड पर लेकर पूछताछ की जद में आने वाले अपराधियों के बाबत ही सेंट्रल जेल पहुंचे थे. सनद रहे कि डाका कांड के उद्भेदन में पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
इस मामले में पुलिस ने घटना के उद्भेदन का दावा करते हुए बताया कि डाका कांड में शामिल नौ अपराधियों में तीन को गिरफ्तार किया जा चुका है. डाका कांड का लाइनर पड़ोस की दुकान का कैशियर सोनू चौधरी को बताया गया है. शनिवार को पुलिस ने कई ठिकानों पर छापेमारी जारी रखी. इसी सिलसिले में पुलिस को जेल के अंदर बैठे कुछ अपराधियों की संलिप्तता का पता चला है.