पूर्णिया : शौचालय का निर्माण कर लेने मात्र से हम स्वच्छ नहीं रह पायेंगे. बल्कि निर्मित शौचालय का प्रयोग करने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा.
तब जाकर खुले में शौच मुक्त समाज का सपना साकार हो पायेगा. उक्त बातें डीएम बाला मुरुगन डी मंगलवार को स्थानीय एक होटल में आयोजित समुदाय संचालित स्वच्छता विधि पर आयोजित पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के उद्घाटन के मौके पर कही.
डीएम बाला मुरूगन डी ने कहा कि खुले में शौच से मुक्ति के लिए पंचायत स्तर पर आम लोगों को जागरूक करना होगा. खुले में शौच के दुष्प्रभाव के बारे में लोगों को बताना होगा. इस मौके पर निदेशक पीएमयू, बीएसडब्लूएसएम मो सादुल्लाह जावेद ने कहा कि इस प्रशिक्षण के उपरांत ये प्रशिक्षक अपने-अपने जिले में खुले में शौच मुक्त गांव और पंचायत बनाने हेतु समुदाय संचालित संपूर्ण स्वच्छता विधि द्वारा लोगों को टींगरिंग करके खुले में शौच से होने वाले दुष्परिणामों को बतायेंगे,
ताकि लोग खुले में शौच की प्रवृति से शर्म महसूस करे और अपने-अपने घरों में शौचालय का निर्माण कराये. पांच दिवसीय इस आवासीय प्रशिक्षण में राज्य के छह जिलों के कुल 56 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसमें पूर्णिया के 17, अररिया के 10, कटिहार के 10, किशनगंज के 09, बेगुसराय के 05 एवं पटना के 05 प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
इस कार्यक्रम के तहत प्रायोगिक तौर पर जिले के केनगर के गोआसी पंचायत को खुले में शौच से मुक्त बनाने की प्रक्रिया जारी है. इस मौके पर उपविकास आयुक्त राम शंकर, कार्यपालक अभियंता परमानंद प्रसाद,सहायक अभियंता मुकेश कुमार, सौरभ ,अबोध कुमार,जिला समन्वयक रंजय बैठा ,प्रखंड समन्वयक विपिन कुमार राजेश ,रुपक सिंह,रोहित,निखिल कुमार आदि मौजूद थे.