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स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या हुई तीन
जिले में स्वाइन फ्लू का कहर जारी है. अब तक दो मरीजों की पहचान हो चुकी है. जांच का सिलसिला जारी है. सोमवार को एक और संभावित मरीज सदर अस्पताल में भरती हुआ है. संभावना है कि स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या और भी बढ़ सकती है. इस वायरल रोग के संभावित खतरों के […]
जिले में स्वाइन फ्लू का कहर जारी है. अब तक दो मरीजों की पहचान हो चुकी है. जांच का सिलसिला जारी है. सोमवार को एक और संभावित मरीज सदर अस्पताल में भरती हुआ है. संभावना है कि स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या और भी बढ़ सकती है. इस वायरल रोग के संभावित खतरों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था नाकाफी है. रोग के लिहाज से संसाधनों का घोर अभाव देखने को मिल रहा है. लिहाजा डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी मरीजों के इलाज में आगे आने से कतरा रहे हैं.
पूर्णिया: स्वाइन फ्लू की मरीजों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है. सोमवार को स्वाइन फ्लू के एक और मरीज की शिनाख्त होने से पूरे स्वास्थ्य महकमा में खलबली मच गयी है. मरीज को स्थानीय सदर अस्पताल में भरती कराया गया है. इस प्रकार अब स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या तीन हो गयी है. सोमवार की दोपहर स्वाइन फ्लू का एक और मरीज सदर अस्पताल पहुंचा है. डगरुआ थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी वासुदेव विश्वास के पुत्र नारायण विश्वास में स्वाइन फ्लू के लक्षण पाये गये हैं. वह दिल्ली में मजदूरी करता था. वह पिछले दस दिन से बुखार-सर्दी से परेशान था.
सोमवार की सुबह वह दिल्ली से डगरुआ पहुंचा है. परिजनों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए इलाज के लिए स्थानीय सदर अस्पताल लाया है, जहां डॉक्टरों ने उसे आइसोलेशन वार्ड के स्वाइन फ्लू वार्ड में भरती किया है. मरीज का इलाज कर रहे डॉ वीपी अग्रवाल ने बताया कि मरीज के सभी प्रारंभिक लक्षण स्वाइन फ्लू का संकेत दे रहा है. मरीज का रक्त सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद स्वाइन फ्लू पाये जाने की अंतिम मुहर लगेगी.
अब तक दो मरीज
पिछले चार मार्च को रुपौली थाना क्षेत्र के कंकला गांव निवासी ग्रेटर नोएडा में मैकेनिकल इंजिनियरिंग के छात्र रवि शंकर भारती की स्वाइन फ्लू के संक्रमण से प्रभावित होकर सदर अस्पताल में भरती हुआ था. इससे पूर्णिया में खलबली मच गयी थी. दूसरा मरीज टीकापट्टी थाना क्षेत्र के तेलडीहा निवासी भोपाल में इंजिनियरिंग कर रहे छात्र आशीष कुमार को स्वाइन फ्लू से प्रभावित होने की पुष्टि डॉक्टरों ने रविवार को कर दी. उसका भी इलाज स्थानीय सदर अस्पताल में चल रहा है.
कहते हैं अधिकारी
संक्रमण वार्ड की तमाम व्यवस्थाओं पर अस्पताल प्रशासन की पैनी नजर है. जो भी कमियां हैं, उसे पूरी करने के लिए विभागीय स्तर से प्रयास किये जा रहे हैं.
डॉ एमएम वसीम, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, पूर्णिया
खास बातें
स्वाइन फ्लू पर रोक लगाने के लिए सदर अस्पताल की व्यवस्था नाकाफी
स्वाइन फ्लू का इलाज कर रहे सदर अस्पताल के चिकित्सकों को नहीं दी गयी है एनटी वैक्सीन
सभी मरीज बाहर से आये, दो विद्यार्थी व एक दिल्ली में करता है मजदूरी
साधनों का घोर अभाव : इलाज कर रहे डॉक्टरों को स्वाइन फ्लू की वैक्सीन लगायी जाती है. सदर अस्पताल के डॉक्टरों को वैक्सीन नहीं दी गयी है. वहीं स्वास्थ्य कर्मी एवं सदर अस्पताल के मरीज मास्क के अभाव के कारण खुली नाक से अस्पताल का काम काज कर रहे हैं. महिला स्वास्थ्य कर्मियों के लिए विशेष प्रकार की साड़ी आती है. एक शिफ्ट में तीन नर्स काम करती है. दिन भर में तीन शिफ्ट चलता है. इस प्रकार नौ महिला स्वास्थ्य कर्मियों में महज एक साड़ी दी गयी है. इससे महिला स्वास्थ्य कर्मियों में नाराजगी है.
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