सरसी : एक ओर जहां मानसूनी बारिश क्षेत्र के किसानों के लिए खुशहाली ले कर आयी है, वहीं दूसरी ओर किसानों द्वारा सैकड़ों एकड़ में उगाये गये मक्के की तैयार फसल बरबाद हो रही है. इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. गौरतलब है कि इस बार क्षेत्र में किसानों ने बड़े पैमाने पर मक्के की खेती की थी.
किसानों ने फसल काट कर तैयारी तो करवा ली, लेकिन उसे सुखाने व धूप लगाने के साथ-साथ बाजार तक पहुंचाने के समय मानसून आ गया. इस कारण किसानों द्वारा खलिहान में रखा गया तथा रख रखाव की बेहतर व्यवस्था नहीं हो पाने के कारण कई किसानों के मक्के की फसल बारिश में सड़ रही है. तथा कई गांव ऐसे भी है जहां बारिश के कारण सड़कों की स्थिति काफी खराब है. गांव तक वाहनों का आवागमन नहीं हो पा रहा है. किसान अपने फसल को मंडी नहीं भेज पा रहे हैं न ही कोई खरीदार खराब सड़क की वजह से गांव में फसल खरीदने आ पा रहे हैं.
बहोरा पंचायत के बहोराघाट निवासी किसान पंकज सिंह ने बताया कि खराब सड़क की वजह से किसानों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है तथा कई किसानों के फसल भी बाजार नहीं पहुंच पाने के कारण सड़ गये. कोशी सरण देवोत्तर पंचायत में भी गांवों की अधिकतर सड़कें कच्ची होने के कारण इन दिनों बारिश में किसानों का फसल बाजार नहीं पहुंच पा रहा है.
जल जमाव तथा दलदली युक्त कीचड़ के कारण वाहनों का आवागमन संभव नहीं हो पा रहा है. वैसे बनमनखी प्रखंड में कई ऐसे गांव हैं जहां ऐसी स्थिति बनी हुई है. जिसको लेकर किसान काफी परेशान हैं. एक ओर मौसम की मार तथा दूसरी ओर गांव में वाहनों के आवागमन को लेकर दुर्व्यवस्था. यह किसान सहन नहीं कर पा रहे हैं.
किसानों में सरकार के प्रति ऐसी व्यवस्था को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है. गौरतलब है कि सरकारी स्तर से मक्का खरीद की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण क्षेत्र के किसानों को दर-दर भटकना पड़ता है तथा किसान औने-पौने भाव में अपनी फसल बेचने को मजबूर हो रहे हैं.