पूर्णियाः बायसी विधानसभा उप चुनाव की अधिसूचना जारी हुए चार दिन बीत चुके हैं. किसी भी दल का उम्मीदवारों की विधिवत घोषणा तक नहीं हुई है. संभावित प्रत्याशी टिकट लेने पटना में जमे हुए हैं. विधानसभा क्षेत्र के मतदाता ऊहापोह की स्थति में है. लिहाजा मतदाता अनिर्णय की स्थिति में है कि जायें तो जायें कहां.
बाहरी स्वीकार नहीं : बायसी विधानसभा क्षेत्र का इतिहास है कि अबतक इस क्षेत्र की जनता ने किसी बाहरी उम्मीदवार को तरजीह नहीं दिया है. अन्य दलों के लिए स्थानीय कद्दावर नेता मौजूद हैं, किंतु भाजपा में इस सीट के लिए स्थानीय कद्दावर नेताओं के चेहरे नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में भाजपा किसी बाहरी उम्मीदवार को खड़ा करती है तो यहां की जनता उसे नकार सकती है.
आर-पार की होगी लड़ाई : जदयू उम्मीदवार के रूप में सैयद रूकनुद्दीन के नाम की चर्चा काफी जोरों पर है. वहीं कांग्रेस-राजद गंठबंधन के उम्मीदवार के रूप में हाजी अब्दुस सुबहान के नाम की चर्चा सामने आ रही है. यदि सही मायने में दोनों प्रत्याशी आमने-सामने होंगे तो मुकाबला कांटे की होगी और दिलचस्प होगा क्योंकि दोनों ही उम्मीदवारों का वोट बैंक सुरजापूरी एवं कुल्हैया बिरादरी के लोग हैं. ऐसे में भाजपा को सोच विचार कर स्थानीय कद्दावर नेता को मैदान में उतारने पर विचार करना होगा.
वोटर अनिर्णय की स्थिति में : अधिसूचना जारी होने के चार दिन बीत जाने के बावजूद भी उम्मीदवारों की तसवीर सामने नहीं आने से अनिर्णय की स्थिति है. विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों के चौक-चौराहों, हाट, बाजारों में सिर्फ इसी बात की चर्चा सरेआम हो रही है कि विधानसभा उप चुनाव में कौन-कौन होंगे प्रत्याशी. हर एक व्यक्ति दूसरे से यही पूछता नजर आ रहा है. जिसका जवाब शायद अब तक किसी के पास नहीं है. सभी इस पचड़े से पल्ला झाड़ते हुए यही कह रहे हैं कि उम्मीदवार देखने के बाद इस बात का निर्णय होंगे कि वोटिंग किसे करना है. बहरहाल यहां के मतदाता उम्मीदवारी तय होने तक अपना मुंह बंद रखना ही वाजिब समझ रहे हैं.