पूर्णिया : पूर्णिया नगर निगम की सड़कों का कोई जवाब नहीं है. मतलब यह नहीं कि सड़कें लाजवाब हैं. खासकर एक रोड से दूसरे रोड से संपर्क एवं एप्रोच पथ पर टूटे स्लैब हर वक्त दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं. सड़कों के जोड़ पर बने नालों के स्लैब इस कदर टूटे हुए हैं कि चलना सहज नहीं. थोड़ी सी भूल आपको गड्ढे में पहुंचा देगी.
दरअसल बिना किसी ठोस योजना के सड़क के आसपास ठेकेदार ने रोड पर स्लैब बनाने की औपचारिकता पूरी कर दी. इंजीनियर ने भी प्राक्कलन बनाने की औपचारिकता पूरी कर दी. किसी ने यह नहीं सोचा कि रोड कैसे ठोस रहेगा और वाहन परिचालन में कैसे सुविधा होगी. जिस प्रकार औने-पौने रोड का निर्माण किया गया और उसके सटे नाले पर स्लैब ढाले गये वे अब बेकार लगने लगे हैं. इससे लोग परेशान हो रहे हैं.
यह नजारा चित्रवाणी चौक का है. वहां से कालीबाड़ी चौक के लिए जाने वाले हर लोगों को काफी परेशानी होती है. इस जगी स्लैब के टूटने का यह पहली दफा नहीं है. इसके पहले भी स्लैब टूटा था. उसे स्थानीय वार्ड पार्षद के सहयोग से ठीक करा लिया गया था. इसके तुरत बाद पुन: वही हाल हो गया.
पिछले दो माह से गंगा दार्जिलिंग रोड से सटे फ्लोर मिल चौक के पास स्लैब इस कदर टूट गया है कि हमेशा बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी हुई रहती है. इसमें एक बार ट्रक भी फंस गया था. निगम से कई बार लोगों ने शिकायत की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ. निगम की उदासीनता पर लोग आक्रोशित हैं.
बस स्टैंड से कोई भी व्यक्ति सीधा विकास बाजार नहीं जा सकता है. उसे या तो दूर से घूमकर जाना होगा अथवा रोड के किनारे बने नाले के उपर बने चचरी के स्लैब को पार कर जाना होगा. चचरी का यह स्लैब नगर नलिगम की हालत बयां करने के लिए काफी है. उदासीन नगर निगम के रवैये को लोग नियति मान चुके हैं.