पटना नगर निगम के मेयर पद महिला के लिए आरक्षित होने के बाद के लिए चुनाव की तैयारी कर रहे कई उम्मीदवारों के दाव उलट गये हैं. निर्वाचन आयोग के फैसले के बाद चुनाव की तैयारी कर रहे कई उम्मीदवार अब अपनी पत्नी को चुनाव लड़ने की तैयारी के मूड में हैं, जबकि कई उम्मीदवार मेयर के बदले अब डिप्टी मेयर का चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं. वहीं कई ने अभी से मैदान में नहीं उतरने का फैसला भी कर लिया है. मालूम हो कि पटना नगर निगम के मेयर का चुनाव अक्तूबर में होना है. पहले से भी मेयर का पद महिला के लिए ही आरक्षित था.
मेयर पद के लिए किस्मत आजमानेवाले पटना सिटी के शशि शेखर रस्तोगी अब अपनी पत्नी को चुनाव में उतारने का निर्णय लिया है. उन्होंने बताया कि जब सरकार मेयर पद के लिए नये सिस्टम से चुनाव करा रही है तो नयी व्यवस्था लागू होना चाहिए. इसलिए चुनाव की तैयारी की जा रही थी. हालांकि पहले से वो खुद चुनाव लड़ने की तैयारी में थे. रस्तोगी ने कई जगहों पर बैनर लगा कर प्रचार करना भी शुरू कर दिया था.
समाज सेवी कमल नोपानी ने कहा कि नयी आरक्षण व्यवस्था में चुनाव होने से अब वो चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि जेनरल सीट रहने पर वे चुनाव लड़ेने की तैयारी में थे. वे इस पद पर काबिज होकर पटना को नजीर के रूप में पेश करना चाहते थे. लेकिन व्यवस्था को लेकर सरकार से नया फार्मूला लागू करने का आग्रह किया है.
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वहीं इंद्रा नगर के प्रभात रंजन अब डिप्टी मेयर के चुनाव में अपना भाग्य आजमाइश करने की जोर लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि डिप्टी मेयर पद के लिए भी 29 अगस्त को निर्णय आना है. अभी तो यह पद अनारक्षित है. मेयर व डिप्टी मेयर पद का चुनाव जनता के वोट से होना है. अब चुनाव के संभावित उम्मीदवार आखिरी निर्णय के इंतजार में हैं. इसके बाद ही वे अपना फैसला तय करेंगे. वो पहले से चुनाव को लेकर तैयारी कर रहे थे.
वार्ड 22 सी की पार्षद रजनी देवी पहले से डिप्टी मेयर रह चुकी हैं. इस बार उनके पति व राजद नेता पप्पू राय चुनाव लड़ने की तैयारी में थे, लेकिन उनकी आरक्षण के कारण चुनाव नहीं लड़ पायेंगे.