बिहार में कोरोना संकट अभी गहराया हुआ है. इस बीच सरकार ने अब यह फैसला लिया है कि सूबे में पाबंदियों को और अधिक बढ़ाया जाएगा. कोरोना के खतरे को देखते हुए पूर्व में लागू सख्तियों को अब 22 जनवरी से लेकर 6 फरवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया है. सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन समूह (CMG) की बैठक हुई. जिसमें 21 जनवरी के बाद प्रदेश भर में लागू होने वाले गाइडलाइन्स पर फैसला लिया गया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गुरुवार को इसे लेकर ट्वीट किया है यह जानकारी दी है कि कोविड की स्थिति की समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया गया है कि वर्तमान में लागू सभी प्रतिबंधों को 6 फरवरी 2022 तक विस्तारित किया जाए.
बता दें कि सूबे में लागू प्रतिबंधों को 6 फरवरी तक बढ़ाया गया है. यानी स्कूल-कॉलेजों में कक्षाएं नहीं चलेंगी और मॉल, पार्क व सिनेमा हॉल भी 6 फरवरी तक बंद रहेंगे. इस संबंध में गुरुवार को आपदा प्रबंधन समूह की होने वाली बैठक में अंतिम फैसला लिया गया है. नाइट कर्फ्यू भी पहले की तरह ही जारी रहेगा.
गौरतलब है कि बुधवार को जारी सरकारी आंकड़े के तहत राज्य में 4063 नये कोरोना संक्रमित पाये गये. सूबे में कोरोना के एक्टिव केस घट कर 30,481 रह गये हैं. बात संक्रमण दर की करें तो ये फिर गिरा है. राजधानी पटना में संक्रमण सबसे अधिक पाया जा रहा है.
कोरोना संक्रमण बिहार के सभी जिलों में फैला हुआ है. इधर कई जिलों के डीएम ने यह सुझाव दिया था कि संक्रमण रोकने के लिए पहले से जारी प्रतिबंधों को आगे के लिए भी विस्तार दिया जाये, लेकिन कोई कड़ा या नया प्रतिबंध नहीं लागू किया जाये.
बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने यह जानकारी दी थी कि आपदा प्रबंधन समूह की बुधवार को भी बैठक आयोजित की गयी थी. लेकिन इसमें कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया था. गुरुवार को एक बार फिर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक हुई, जिसमें आगे के लिए फैसला लिया गया. मुख्यमंत्री ने इस बात की जानकारी दे दी है कि अब 6 फरवरी तक बिहार में वो तमाम पाबंदिया लागू रहेगी जो अभी लागू है. बता दें कि चार जनवरी से लागू प्रतिबंध की समय सीमा 21 जनवरी को समाप्त हो रही थी. इसे अब 6 फरवरी तक जारी रखा गया है.
Posted By: Thakur Shaktilochan