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बिहार इंटर रिजल्ट : परीक्षार्थियों की अंगरेजी के साथ हिंदी भी खराब, अंगरेजी में 2.76 लाख तो हिंदी में 1.87 लाख बच्चे फेल
फिजिक्स में 1,18,002 और मैथ में 1,09,063 परीक्षार्थी असफल पटना : किसी भी राज्य की पहचान वहां की भाषा होती है. इस बार आये इंटर रिजल्ट को देखें तो बिहार के छात्रों की भाषाही गड़बड़ है. अब हम बात अंगरेजी की करें या हिंदी या फिर किसी भीक्षेत्रीय भाषा की, तमाम भाषा में बिहार के […]
फिजिक्स में 1,18,002 और मैथ में 1,09,063 परीक्षार्थी असफल
पटना : किसी भी राज्य की पहचान वहां की भाषा होती है. इस बार आये इंटर रिजल्ट को देखें तो बिहार के छात्रों की भाषाही गड़बड़ है. अब हम बात अंगरेजी की करें या हिंदी या फिर किसी भीक्षेत्रीय भाषा की, तमाम भाषा में बिहार के छात्र पिछड़ गये हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर का रिजल्ट कुछ ऐसा ही बयान कर रहा है. समिति की मानें तो इंटर की परीक्षा में तमाम भाषाओं में चार लाख 64 हजार 080 परीक्षार्थी फेल हो गये. इसमें अंगरेजी में ही 2 लाख 76 हजार 898 परीक्षार्थी फेल हो गये है. एक लाख 87 हजार 190 परीक्षार्थी हिंदी के साथ मैथिली, संस्कृत, उर्दू आदि में फेल हो गये है.
फिजिक्स और मैथ में सबसे ज्यादा फेल : इंटर साइंस में सबसे ज्यादा भाषा व फिजिक्स में परीक्षार्थी फेल हुए हैं. भले हम कहें कि बिहार के छात्रों का गणित बेहतर है, लेकिन इस बार के रिजल्ट ने इसे भी गलत साबित कर दिया है. इंटर रिजल्ट को देखे तो सबसे ज्यादा फिजिक्स में 1,18,002 परीक्षार्थी फेल हो गये. वहीं मैथ में यह संख्या एक लाख 9 हजार 63 है.
फिजिक्स में ऑब्जेक्टिव में एक आैर जीरो अंक भी छात्रों को मिले हैं. प्रदेश भर में सबसे ज्यादा भाषा विषय के शिक्षकों की कमी है. इस साल भाषा की परीक्षा में 12 लाख 40 हजार 168 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. यही संख्या कॉलेज और स्कूलों में होती है, लेकिन प्रदेश भर में अधिकांश स्कूलों में ना तो अंगरेजी के शिक्षक हैं और ना ही हिंदी और दूसरे विषयों के. जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो अधिकांश स्कूल में भाषा के शिक्षक हैं ही नहीं.
पटना के 11 सरकारी स्कूलों का हाल 108 शिक्षक, 438 छात्र, पास सिर्फ 89
पटना : बिहार में शिक्षकों की कमी है. इससे क्वालिटी एजुकेशन में बाधा आ रही है. जहां एक तरफ कई स्कूलों में शिक्षक कम हैं, वहीं कई ऐसे स्कूल भी है, जहां पर विद्यार्थियों के अनुपात में शिक्षकों की संख्या काफी अधिक है. यह हाल कहीं और नहीं, बल्कि पटना का है. पटना जिले में 11 ऐसे सरकारी स्कूल हैं, जहां पर कुल 108 शिक्षक हैं, जबकि इन स्कूलाें में 12वीं सिर्फ 438 विद्यार्थी रहे. इनमें से भी सिर्फ 89 विद्यार्थी इंटर पास कर पाये. 108 शिक्षक मिल कर सिर्फ 89 विद्यार्थियों को ही परीक्षा पास करवा पाये.
गाइडांस इंटर कॉलेज में 11 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. लेकिन केवल एक ही पास कर पाया. ऐसा ही हाल हर विद्यालय का है. अब प्रश्न है कि इन विद्यालयों में इतने शिक्षक करते क्या है? इन स्कूलों से 89 परीक्षार्थी पास तो हो गये, लेकिन इनमें से किसी को प्रथम श्रेणी नहीं मिली. इनमें से 70 द्वितीय, तो बाकी 19 ने तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं.
स्कूलों में शिक्षकों का अनुपात है गड़बड़
पटना जिले में कुल 350 हाइस्कूल हैं. इनमें राजकीय, राजकीयकृत, प्रोजेक्ट, अल्पसंख्यक और प्रस्वीकृत विद्यालय हैं. इनमें राजकीय, राजकीयकृत और प्रोजेक्ट विद्यालय की संख्या 192 है. अल्पसंख्यक विद्यालय 18 और बाकी सभी प्रस्वीकृत अनुदान वाले विद्यालय हैं.पटना जिला शिक्षा कार्यालय के डीइओ मेदो दास ने कहा कि पटना जिले में कई ऐसे स्कूल हैं, जहां पर शिक्षकों और छात्रों का अनुपात गड़बड़ है. इस अनुपात को जल्द ही सही करने की कोशिश की जा रही है.
ऐसा रहा इन 11 सरकारी हाइस्कूलों का प्रदर्शन
स्कूल शिक्षक परीक्षार्थी पास
1़ कन्या मा वि, नौबतपुर 15 36 09
2. व्यापार मंडल, फतुहा 12 48 08
3़ नवीन आदर्श, कंकड़बाग 07 35 09
4. आरएन गर्ल्स, जक्कनपुर 06 54 07
5. जीडी गर्ल्स, अदालतगंज 08 48 06
6. पंचशील हाइस्कूल, कुम्हरार 08 75 10
7. राजकीय गर्ल्स हाइस्कूल, अजीमचक 09 49 09
8. टीके घोष एकेडमी, अशोक राजपथ 08 24 07
9. गांधी आर्य गर्ल्स, मसूरगंज 11 36 10
10. दयानंद गर्ल्स हाइस्कूल, मीठापुर 12 22 13
11. गाइडांस इंटर कॉलेज, निसारपुर 10 11 01
पटना : इंटर रिजल्ट के तीसरे दिन भी इंटर काउंसिल में छात्रों का हंगामा हुआ. छात्र अपने रिजल्ट में सुधार की मांग कर रहे थे. दोपहर एक बजे काफी संख्या में छात्र जमा हो गये.
इसके बाद छात्रों ने जम कर हंगामा किया. आधे घंटे तक सड़क जाम रखा. इसके बाद कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुुंची और छात्रों को वहां से खदेड़ कर हटाया. लगभग एक घंटे तक पूरा वाकया चलता रहा. इसके बावजूद परीक्षा में फेल छात्र शाम चार बजे तक इंटर काउंसिल के मुख्य गेट पर अपनी शिकायत लेकर डटे रहे. छात्रों का हंगामा इंटर काउंसिल के अंदर ना हो, इसको लेकर काउंसिल का मुख्य गेट दिन भर बंद रखा गया.
पुलिस की पहरेदारी होती रही. छात्र बाहर इंतजार करते रहे कि उन्हें अंदर जाने का मौका मिलेगा, लेकिन अंदर नहीं जाने दिया गया. हालांकि स्क्रूटनी की जानकारी को समिति भवन के दीवारों पर चिपका देख छात्रों को थोड़ा संतोष हो रहा था.
शिकायत लेकर दिन भर पहुंचते रहे विद्यार्थी : परीक्षा दिया अंगरेजी में मार्क्स आयें हिंदी के, रिजल्ट हो गया पेडिंग : कल्पना कुमारी (रोल नंबर 17040005 रोल कोड 11014) ने 100 अंक का इंगलिश लिया था.
लेकिन एडमिट कार्ड में 100 हिंदी लिख कर आ गया. इसके बाद कल्पना कुमारी ने समिति कार्यालय आकर एडमिट कार्ड पर विषय करेक्शन करवाया. इंटर की अंगरेजी की परीक्षा में शामिल भी हुई. लेकिन कल्पना कुमारी को रिजल्ट में 100 हिंदी दे दिया है. इससे कल्पना कुमारी का रिजल्ट इनकंप्लीट हो गया है.
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