Advertisement
वामपंथी कार्यकर्ता बनेंगे सोशल मीडिया फ्रेंडली
भाकपा ने जनाधार बढ़ाने को उठाया कदम पटना : सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये भाकपा भी अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेगी. अपना जनाधार बढ़ाने के लिए उसने यह कदम उठाया है. इसके लिए अगले महीने 14 जून को पटना के पार्टी मुख्यालय में स्थानीय जिला ईकाई के कार्यकर्ताओं की एक कार्यशाला आयोजित […]
भाकपा ने जनाधार बढ़ाने को उठाया कदम
पटना : सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये भाकपा भी अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेगी. अपना जनाधार बढ़ाने के लिए उसने यह कदम उठाया है. इसके लिए अगले महीने 14 जून को पटना के पार्टी मुख्यालय में स्थानीय जिला ईकाई के कार्यकर्ताओं की एक कार्यशाला आयोजित होगी.
इसमें सोशल मीडिया की तकनीकी जानकारी और पार्टी हित में उसके उपयोग के बारे में चर्चा होगी. इसमें ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को शामिल करने की कोशिश होगी. यहां के बाद इस साल के अंत तक राज्य के दूसरे जिलों में भी ऐसी ही कार्यशालाएं आयोजित करने की योजना है. सीपीआइ के जनरल सेक्रेटरी सुधाकर रेड्डी ने हर राज्य में सोशल मीडिया सेल बनाने की भी बात कही है. उनके निर्देश के अनुसार इसका गठन फिलहाल हर राज्य के मुख्यालय में होगा. पटना में इसे बनाने के लिए स्थानीय नेता बड़े स्तर पर विचार-विमर्श कर रहे हैं. जल्द ही इसे कार्यरूप दे दिया जायेगा.
पार्टी के राज्य सचिव मंडल के सदस्य रामबाबू कुमार ने कहा कि पार्टी के नेशनल काउंसिल से इसके लिए व्यापक निर्देश मिला है. उन्होंने कहा कि इस तकनीकी युग में घटनाओं का तेजी से आदान-प्रदान हो रहा है. सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म- फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सअप की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है. ऐसे में सीपीआइ भी चाहती है कि उसके कार्यकर्ता पार्टी के हर नये कार्यक्रम से अवगत रहें. साथ ही वे समय पर अपना फीडबैक दें जिससे पार्टी हित में बेहतर निर्णय लिये जा सकें. सभी कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं से प्रतिदिन पार्टी मुख्यालय के पदाधिकारियों को अवगत करायें जिससे कि समय पर उनका समाधान निकाला जा सके. इसमें सोशल मीडिया से उन्हें लाभ होगा.
अशिक्षित और गरीब कार्यकर्ता भी कर सकेंगे उपयोग
एक सवाल के जवाब में रामबाबू कुमार ने कहा कि बिहार में सीपीआइ के ज्यादातर कार्यकर्ता अशिक्षित और गरीब हैं. बहुत कम के पास स्मार्टफोन हैं. ऐसे में मोबाइल पर सूचनाओं का आदान-प्रदान उनके और पार्टी के लिए चुनौती है. ऐसे में रास्ता निकाला जाएगा. हर गांव के एक-दो कार्यकर्ताओं का सेलेक्शन कर उन्हें सोशल मीडिया की ट्रेनिंग दी जाएगी. ये प्रशिक्षित लोग अपने साथियों को ट्रेनिंग देंगे.
चुनाव में भी होगा फायदा
उन्होंने कहा कि आज के समय में सभी दलों को सोशल मीडिया का फायदा हो रहा है. चुनाव प्रचार में भी इसका भरपूर इस्तेमाल हो रहा है. ऐसे में सोशल मीडिया सेल बन जाने से सीपीआइ को भी बहुत फायदा होने की बात कही जा रही है.
इसके स्थानीय नेताओं का मानना है कि आने वाले चुनावों में भी जरूरत होने पर इसका उपयोग किया जा सकेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement