पटना: बिहार दिवस इस साल चुनाव आयोग की सात अपेक्षाओं को पूरा करेगा. इसके लिए आयोग के निर्देश का पालन होगा. 22 मार्च को आयोजित कार्यक्रम राज्य के सभी स्कूल, प्रखंड व जिला मुख्यालयों और राज्य स्तर पर मनाया जायेगा. इसके लिए सभी प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों को राशि उपलब्ध करायी जा रही है. जानकारी पत्रकार सम्मेलन में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा ने दी.
उन्होंने कहा कि चुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए इस साल बिहार दिवस सामाजिक मुद्दों पर आधारित होगा. इसमें बच्चों के माध्यम से अभिभावकों को चुनाव के लिए प्रेरित किया जायेगा.भ्रूण हत्या पर रोक , कम उम्र में लड़कियों की शादी, नशाबंदी व धूम्रपान को दूर करने के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से किया जायेगा.
स्कूलों को मिलेगी राशि : 60-70 प्रतिशत हाइ स्कूलों में बिजली कनेक्शन की जानकारी देते हुए कहा कि बिहार दिवस के आयोजन के लिए सभी प्राथमिक स्कूलों को दो हजार, मध्यम विद्यालयों के लिए पांच हजार और माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए दस हजार रुपये का प्रावधान किया गया है. सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए प्रखंड स्तर पर चयनित एक स्कूल को दस हजार रुपये और जिला स्तर पर एक स्कूल को दो लाख रुपये अक्षर आंचल योजना की राशि से दी जायेगी.
बिहार दिवस पर चार से पांच करोड़ रुपये खर्च होने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस साल के बिहार दिवस में कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होगा. किसी प्रकार का स्टॉल भी नहीं लगेगा.
तीन जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम : बिहार दिवस का आयोजन गांधी मैदान समेत तीन जगहों पर होगा. 22 मार्च को एसके मेमोरियल हॉल में कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य सचिव एके सिन्हा करेंगे. इसके अलावा रवींद्र भवन व प्रेमचंद रंगशाला में भी कार्यक्रम होगा.
एसके मेमोरियल (सायं 5.30 बजे से रात्रि 10 बजे तक)
22 मार्च : राज्य गीत, बिहार गौरव गान और पद्मश्री वाना श्री एवं जयराम राव द्वारा कुच्चीपुड़ी नृत्य और पद्म श्री विश्वमोहन भट्ट द्वारा मोहन वीणा
23 मार्च : प्रिंस डांस ग्रुप का कार्यक्रम, गीता चंद्रण का भरतनाटय़म, कमाल साबरी एवं यू श्रीनिवास का सांगी एवं मेंडोलिन
24 मार्च : केरल समुद्रा ग्रुप का कॉस्मिक शिवा नृत्य, अरुणा मोहंती का ओडिशी नृत्य, शुजाअत खान का सितार वादन,
मिथिला के कलाकारों का रिदम ऑफ बिहार
– समापन (राज्यपाल करेंगे)
रवींद्र भवन
22 मार्च : सानिध्य ग्रुप का मैथिली रॉक फ्यूजन कार्यक्रम, मगही लोक संगीत
23 मार्च : विद्यालय के छात्र-छात्रओं का सांस्कृतिक कार्यक्रम, बाल भवन किलकारी द्वारा नाटक, मैथिली लोक संगीत
24 मार्च : कॉलेज के छात्र-छात्रओं का सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रेमचंद रंगशाला में कार्यक्रम
प्रेमचंद रंगशाला
22 मार्च: मुशायरा
23 मार्च: कवि सम्मेलन
24 मार्च: दो नाटकों का मंचन .
शिक्षा विभाग से अपेक्षाएं
चुनाव आयोग को शिक्षा विभाग से इस साल सात अपेक्षाएं हैं. इनमें विकलांगों के लिए स्कूलों में रैंप, पुरुष और महिलाओं के स्कूलों में शौचालय, पर्याप्त फर्नीचर, बिजली का कनेक्शन, मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने व हर स्कूल में स्वच्छ पेयजल का इंतजाम शामिल है. उन्होंने कहा है कि राज्य के 73 हजार प्राथमिक स्कूलों में मुश्किल से सात से आठ प्रतिशत स्कूलों में ही बिजली का कनेक्शन है.