बाढ़ : थाने के पंचशील नगर में मंगलवार की सुबह घर पर आयी प्रेमिका को आरपीएफ में तैनात दारोगा ने अपने परिजनों के साथ मिल कर कमरे में बंद कर पीट-पीट कर अधमरा कर दिया.
प्रेमिका द्वारा शोर मचाने के बाद रास्ते से गुजर रही बाढ़ थाने की गश्ती दल ने पहुंच कर युवती को हमले से मुक्त कराया. कार्रवाई के दौरान दारोगा और उसके परिजन भाग निकले. पीड़िता जबलपुर जिले के बोलवाड थाने के अमापुर मोहल्ले की निवासी है. पीड़िता ने बताया कि पंचशीलनगर निवासी दारोगा आरपीएफ के जबलपुर क्षेत्र में स्थित पुलिस पोस्ट में तैनात है. वह काम के सिलसिले में दारोगा से पांच वर्ष पूर्व मिली थी. इसके बाद दारोगा ने उसके साथ शादी का प्रलोभन देकर यौनशोषण शुरू कर दिया.
इसी बीच चार दिन पूर्व दारोगा ने अपनी प्रेमिका को बिना बताये मोटी रकम दहेज में लेकर शादी कर ली. प्रेमिका के पिता भी शादी के लिए राजी थे. इस बात की रजामंदी के बाद प्रेमिका मंगलवार की सुबह जबलपुर से बाढ़ महानंदा एक्सप्रेस से पहुंची, तो घर का नजारा देख कर हैरान रह गयी. दारोगा ने उसे बिना बताये ही शादी कर ली थी और स्वागत समारोह बुधवार को होनेवाला था. जब प्रेमिका ने दारोगा के करतूत का विरोध शुरू किया तब दारोगा और उसके परिजनों ने सरेआम युवती को पकड़ कर घर में ले जाकर बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी.
पुलिस ने जख्मी युवती का उपचार अनुमंडल अस्पताल में कराया. वहीं, दूसरी तरफ उसकी मेडिकल जांच चिकित्सकों की बोर्ड ने की है. इस मामले को लेकर एएसपी ने भी पीड़िता से पूछताछ की है. पीड़िता ने बताया कि वेलेनटाइन डे पर दारोगा ने प्रेम का इजहार करते हुए पहले नजदीकियां बढ़ाईं, उसके बाद फिर कोर्ट मैरेज करने का झांसा दिया. फिर पांच वर्षों तक यौनशोषण करने के बाद उसे धोखा दे दिया. वह बच्चों को पढ़ाने का काम करती है और जॉब की तलाश में है. इसके लिए तैयारी भी कर रही थी.
बाढ़ के थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि पीड़िता का बयान दर्ज किया जा रहा है. इसके आधार पर आरपीएफ के दारोगा एसके सिन्हा और उसके परिजनों को नामजद किया जायेगा. आरोपों के अनुसार एफआइआर दर्ज होते ही आरोपित दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. दारोगा और उसके परिजन घर छोड़कर फरार हो गये हैं.