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हर जिले में खोला जाये एक आयुष मेडिकल कॉलेज
पटना : आयुष मेडिकल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सूबे में आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए हर जिले में एक आयुष कॉलेज खोलने की मांग की है. गुरुवार को एएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मधुरेंदु पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आयुष चिकित्सकों ने बंद पड़े सभी राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालयों […]
पटना : आयुष मेडिकल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सूबे में आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए हर जिले में एक आयुष कॉलेज खोलने की मांग की है.
गुरुवार को एएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मधुरेंदु पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आयुष चिकित्सकों ने बंद पड़े सभी राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालयों को शीघ्र खोलवाने की मांग की. उन्होंने संविदा पर बहाल आयुष चिकित्सकों के लिए सरकार से सुप्रीम कोर्ट के आलोक में सामान काम के बदले सामान वेतन देने की मांग की.
आयुष चिकित्सकों का कहना था कि उनका मानदेय एमबीबीएस व डेंटिस्ट चिकित्सकों से आधा है.सामान्य चिकित्सकों का मानदेय 44000 दे रही है. आयुष चिकित्सकों को मात्र 22000 रुपये ही मानदेय दिया जा रहा है. बैठक में आयुष चिकित्सकों ने रिक्त पड़े आयुष चिकित्सकों के पदों पर शीघ्र बहाली की मांग की. सरकार की ओर से सामान्य चिकित्सकों के लिए रोजगार के लिए सारे दरवाजे खोला गया जबकि आयुष चिकित्सकों के दरवाजे बंद हैं.
सरकार द्वारा संविदा पर अभी तक वर्ष 2010 में 1384 और 2015 में 1600 के करीब आयुष चिकित्सकों को रोजगार दिया गया. बैठक में डॉ बीबी उपाध्याय, डॉ रवींद्र कुमार, डॉ संत प्रसाद, डॉ इस्तेयाक खान, डॉ अमजद अली, डॉ दिवाकर पांडेय, डॉ दिनेश शर्मा, डॉ एसएन पासवान, डॉ मनोज दुबे, डॉ अब्दुस सलाम, डॉ जीतेंद्र बहादुर, डॉ मणिभूषण कुमार, डॉ एसके संजीब, डॉ रंजन कुमार, डॉ पीके रमन, डॉ वागेश मिश्रा, डॉ आशा भूषण, डॉ किरण गुप्ता, डॉ जुली पांडेय, डॉ सरोज वर्मा, डॉ आनंद स्वरूप सिन्हा मौजूद थे.
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