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प्राचार्यों को भी नहीं पता थर्ड जेंडर कौन

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने की वेरिफाइ तो सामने आया सच पटना : सर, ये थर्ड जेंडर क्या होता है. हमें तो पता ही नहीं है. कृपया बतायें. जब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति स्कूल और कॉलेज प्राचार्य से थर्ड जेंडर की जानकारी लेती है तो प्राचार्य उलटा खुद प्रश्न कर पूछते हैं कि सर ये […]

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने की वेरिफाइ तो सामने आया सच
पटना : सर, ये थर्ड जेंडर क्या होता है. हमें तो पता ही नहीं है. कृपया बतायें. जब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति स्कूल और कॉलेज प्राचार्य से थर्ड जेंडर की जानकारी लेती है तो प्राचार्य उलटा खुद प्रश्न कर पूछते हैं कि सर ये थर्ड जेंडर क्या होता है. परीक्षा फॉर्म में तीसरी कोटि दी हुई थी, तो हमने परीक्षा फॉर्म में यह कोटि भर दिया था. यह सारा कुछ इंटरमीडिएट परीक्षा फाॅर्म के दौरान हुआ है. मालूम हो कि पहली बार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मेल, फीमेल के अलावाथर्ड जेंडर के लिए अलग से कोटिदी थी. साथ ही कहा गया था कि अगर कोई थर्ड जेंडर के परीक्षार्थी हों, तो इस कॉलम को भर दें. इस कॉलम की जानकारी कई प्राचार्यों को नहीं थी, इसके बावजूद 100 प्राचार्यों ने इस कॉलम में थर्ड जेंडर की कोटि भर दी थी.
थर्ड जेंडर भरा हुआ कॉलम तो समिति को प्राप्त हो गया, लेकिन इसमें से कितने थर्ड जेंडर के अभ्यर्थी हैं, इसकी जानकारी लेने के लिए तमाम परीक्षार्थियों को समिति कार्यालय से फोन किया गया. प्राचार्य के साथ परीक्षार्थी को जानकारी ही नहीं है कि थर्ड जेंडर क्या है. लेकिन, परीक्षा फॉर्म में भर दिया गया. ऐसे में कैमूर जिले की एक छात्रा थर्ड जेंडर में आ रही है. लेकिन, इसे भी स्कूल से अब तक पता नहीं चल पाया है. वहीं इंटर में एक भी परीक्षार्थी थर्ड जेंडर में नहीं है.
प्राचार्यों की गलती
प्राचार्यों के इस गलती पर अगर बिहार बोर्ड ध्यान नहीं देता, तो इन तमाम परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड भी थर्ड जेंडर वाला ही जारी कर दिया जाता. इसके अलावा इन परीक्षार्थियों की मार्क्सशीट और सर्टिफिकेट भी थर्ड जेंडर का ही मिलता. ज्ञात हो कि थर्ड जेंडर को आगे परीक्षा फॉर्म भरने में छूट आदि दिया जाये, इसके लिए समिति ने यह प्रयास किया था.
पटना : सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थी की संख्या के अनुसार वीडियोग्राफर रखें जायेंगे. पांच सौ परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर और इससे अधिक परीक्षार्थी वाले परीक्षा केंद्र पर दो वीडियोग्राफर की व्यवस्था की जाये. परीक्षा के दौरान केंद्र पर आने वाले तमाम लोगों का हस्ताक्षर लेना अनिवार्य होगा.
इंटरमीडिएट 2017 की परीक्षा को कदाचारमुक्त कराने को लेकर यह निर्देश बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिया. गुरुवार को आयोजित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में प्रदेश भर के जिला शिक्षा पदाधिकारी शामिल हुए.
सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी से संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की सूची मांगी गयी है. इन परीक्षा केंद्रों पर कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की जायेगी. जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने स्तर से संवेदनशील परीक्षा केंद्रों को चिह्नित करेंगे. हर केंद्रों पर विद्यार्थी के प्रवेश के समय पूरी जांच करनी है.
हर केंद्र पर दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की व्यवस्था की जायेगी. हर परीक्षा केंद्र के गेट और परीक्षा कक्ष में पुलिस के साथ महिला पुलिस, महिला वीक्षक और महिला केंद्राधीक्षक को तैनात किया जायेगा. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान शिक्षा विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव, बोर्ड के सचिव अनूप कुमार सिन्हा, परीक्षा नियंत्रक यूके चौबे मौजूद थे.

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