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पार्किंग बेचा लाखों में, टोइंग एजेंसी कमा रही मोटा माल, कट रही जेब
अनदेखी. राजधानी में पार्किंग को लेकर अराजक स्थिति अभिमन्यु साहा पटना : शहर में पार्किंग को लेकर अराजक स्थिति है. एक तरफ लोगों को पार्किंग एरिया में गाड़ी खड़ी करने नहीं दी जा रही है, तो दूसरी तरफ उनकी गाड़ियों को नो पार्किंग के नाम पर जुर्माना किया जा रहा है. पार्किंग देनेवाले और जुर्माना […]
अनदेखी. राजधानी में पार्किंग को लेकर अराजक स्थिति
अभिमन्यु साहा
पटना : शहर में पार्किंग को लेकर अराजक स्थिति है. एक तरफ लोगों को पार्किंग एरिया में गाड़ी खड़ी करने नहीं दी जा रही है, तो दूसरी तरफ उनकी गाड़ियों को नो पार्किंग के नाम पर जुर्माना किया जा रहा है. पार्किंग देनेवाले और जुर्माना करनेवाले, दोनों एजेंसी फायदे में है, चपत लग रही है तो सिर्फ जनता की.
दरअसल, बोरिंग रोड, एक्जीबिशन रोड, फ्रेजर रोड सहित अन्य इलाकों की पार्किंग एरिया वहां के बड़े ऑफिस व होटलों को लाखों रुपये में बेच दी गयी है. जो इनके कर्मियों के लिए रिजर्व हैं.
आम लोग यहां पार्किंग न कर सके, इसके लिए इन ऑफिसों ने निजी गार्ड तैनात कर दिये हैं. मजबूर जनता सड़क किनारे गाड़ी खड़ी कर रही है, जिसे जैम बस्टर उठा ले जा रही है. गाड़ी छोड़ने के नाम पर उनसे हजारों रुपये वसूले जा रहे हैं. गाड़ी खड़ी कहां करें, उनके द्वारा यह पूछे जाने पर उनसे बदसलूकी की जा रही है. शुक्रवार को इसी तरह का नजारा बोरिंग रोड में देखने को मिला.
टोइंग कंपनी को हजारों, ट्रैफिक को मिल रहा सौ रुपये : टोइंग कंपनी टोइंग चार्ज के नाम पर मोटरसाइकिल से 345 और कार से 650 रुपये वसूल रही है. जबकि, ट्रैफिक पुलिस नो पार्किंग के नाम पर सिर्फ 100 रुपये का जुर्माना वसूल रही है. रोज शहर में सैकड़ों गाड़ी उठायी जा रही हैं, ऐसे में स्वदेशी क्रेन एजेंसी हर दिन लाखों कमा रही है, जबकि ट्रैफिक पुलिस हजारों में काम चला रही है.
सवाल, क्या जाम से मिली राहत : पटना प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के द्वारा अगस्त में जैम बस्टर सेवा की शुरुआत की गयी थी. दावा किया गया था कि इससे जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी. वर्तमान स्थिति को देखकर ऐसा नहीं लग रहा है. जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है. पार्किंग की समस्या आज भी आम लोगों के लिए है.
रिश्वत लेकर छोड़ रहे गाड़ी
जैम बस्टर सेवा देने वाली कंपनी स्वदेशी क्रेन एजेंसी के कर्मी आयुक्त कार्यालय के आम लोगों पर धौंस जमा रहे हैं. इतना ही नहीं गाड़ी को थाने ले जाने के बजाय रिश्वत लेकर बीच रास्ते में ही उसे उतार दिया जा रहा है.
प्रति ठेले से हर दिन 600 की वसूली
बोरिंग रोड की पार्किंग एरिया दो निजी कंपनियों (एक मोबाइल कंपनी और दूसरा निजी बैंक) को करीब तीन लाख प्रति महीने के हिसाब से बेच दिया गया है. पार्किंग एरिया का टेंडर लेनेवाली एजेंसी यहां फास्ट फूड का दर्जनों ठेला लगवा रही है. प्रत्येक शाम हर ठेले से 600 रुपये वसूले जा रहे हैं. वहीं, एक्जीबिशन रोड फ्लाइओवर के नीचे पार्किंग स्थल को लाखों रुपये में एक होटल को दिया गया है.
मामले को जान कर हैरान हूं, जांच की जायेगी
मामले को जान कर हैरान हूं. अगर ऐसा हो रहा है तो इसकी पड़ताल करेंगे. टोइंग एजेंसी को किस शर्त पर टेंडर दिया गया, इसकी भी जांच की जायेगी. लोगों की मजबूरी का बेवजह फायदा एजेंसी नहीं उठा पायेगी. लोगों को पार्किंग की सुविधा मिले, इस बिंदु पर काम किया जायेगा.
आनंद किशोर, प्रमंडलीय आयुक्त, पटना
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