पटना: चिकित्सा शिक्षा को भारतीय समाज में बहुत ही सम्मान की नजरों से देखा जाता है, इसकी वजह से मेधावी छात्र-छात्रएं मेडिकल में अपना कैरियर बनाने की कोशिश करते हैं, लेकिन एमसीआइ के नये संशोधन से छात्रों की मुश्किलें बढ़ जायेंगी.
ये बातें पीएमसीएच में प्रदर्शन करनेवाले आक्रोशित मेडिकल के छात्रों ने कहीं. बुधवार को सूबे के सभी मेडिकल कॉलेजों के छात्रों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया. इस बाबत इंडियन मेडिकल स्टूडेंट एसोसिएशन (बिहार-झारखंड) के जोनल हेड राजीव रंजन ने कहा कि इंटर्नशिप के लिए स्टूडेंट्स कहीं भी जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें सुरक्षा दी जाये. पीएचसी में काम करने वाले डॉक्टरों की हालत इतनी खराब होती है कि मरीज उनकी नहीं सुनते हैं, तो हमारी बातों का महत्व क्या देंगे.
ऐसे में काम करना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से साढ़े पांच साल की पढ़ाई साढ़े सात साल में पूरी होगी. अगर एमसीआइ नये संशोधन को लेकर पीछे नहीं आयेगी, तब तक हमलोग प्रदर्शन करते रहेंगे और क्लास का बहिष्कार करेंगे.