पटना: बिहार के सभी 534 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से एमडी पैथोलॉजिस्ट की बहाली की जायेगी. यही नहीं, हर पीएचसी में तीन टेक्नीशियन की भी बहाली की जायेगी. साथ ही मेडिकल कॉलेजों को दिशा-निर्देश भेजा गया है कि उनके पास कितने पद सृजन करने की जरूरत है और कितने खाली हैं, इसकी पूरी सूची विभाग को दें.
इस बाबत बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार के नेतृत्व में बैठक आयोजित की गयी.जानकारी के अनुसार, सभी मेडिकल कॉलेजों में अन्वेषण अनुसंधान केंद्र का निर्माण किया जायेगा. केंद्र में जेनेटिक व टॉक्सिकोलॉजी पर शोध किया जायेगा. इसके लिए सबसे पहले एनएमसीएच को चुना गया है, जहां इसके लिए तीन मंजिला भवन बनाया जायेगा. इसके बाद पीएमसीएच समेत अन्य मेडिकल कॉलेजों में अनुसंधान केंद्र बनाये जायेंगे. एक साल में अनुसंधान केंद्र बना लिये जायेंगे.
इसी तरह, पैथोलॉजी हब बनाने के लिए पीएमसीएच के रेडियोलॉजी विभाग का कैंपस चुना गया है. वहां शुक्रवार से इसके निर्माण का काम शुरू हो जायेगा. हब में मरीजों के लिए 50 पैथोलॉजी जांच मुफ्त में की जायेंगी.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इसे भी छह माह के अंदर शुरू कर देना है.बैठक के बाद पद सृजन को लेकर रणनीति तैयार हो गयी है. एमडी पैथोलॉजिस्ट की बहाली के लिए सभी मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षक व सिविल सजर्न को दिशा-निर्देश दिया गया है. बहुत जल्द ही सभी पीएचसी में पैथोलॉजी जांच शुरू हो जायेगी.
दीपक कुमार, स्वास्थ्य सचिव
अन्वेषण अनुसंधान केंद्र निर्माण के लिए जगह का चयन कर लिया गया है. कहां-कितने पद सृजन करने की जरूरत है, इसकी सूची चार दिनों के अंदर मांगी गयी है. पैथोलॉजी हब के लिए शुक्रवार से काम शुरू हो जायेगा.
डॉ अमर कांत झा अमर, पीएमसीएच अधीक्षक