पटना में डेंगू का प्रकोप सबसे अधिक 145 मरीज मिले हैं, वहीं नालंदा में 133 मरीज अब तक मिले हैं. मालूम हो कि इस साल के सीजन में एक मरीज की डेंगू से मौत हो चुकी है. नालंदा की रहने वाली नौ साल की बच्ची की मौत डेंगू से हुई है. मालूम हो कि 2015 में पूरे बिहार में डेंगू के लगभग 1700 मरीज मिले थे. इधर शनिवार को पीएमसीएच की ओपीडी में आठ नये मरीजों में डेंगू की पुष्टि की गयी है. इसके अलावा चिकेनगुनिया के भी पांच मरीज मिले हैं. इनमें जमुई के चार व सहरसा का एक मरीज है.
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बढ़ता जा रहा डेंगू का खतरा
पटना: प्रदेश में डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. पटना सहित पूरे बिहार में अब तक साढ़े छह हजार लोगों में डेंगू और चिकनगुनिया की जांच की गयी. इनमें से शनिवार तक राज्य में डेंगू के 521 और चिकनगुनिया के 136 मरीज मिले हैं. इसमें अब तक आगे चल रहे […]
पटना: प्रदेश में डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. पटना सहित पूरे बिहार में अब तक साढ़े छह हजार लोगों में डेंगू और चिकनगुनिया की जांच की गयी. इनमें से शनिवार तक राज्य में डेंगू के 521 और चिकनगुनिया के 136 मरीज मिले हैं. इसमें अब तक आगे चल रहे नालंदा जिले को अब पटना ने पीछे छोड़ दिया है.
दूसरे राज्यों से आ रहे मरीज, ट्रक ड्राइवर अधिक चपेट में
पटना. बिहार में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि बिहार में डेंगू के सबसे अधिक मरीज ट्रक ड्राइवर हैं. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 418 मरीजों में 62 ट्रक ड्राइवर हैं. स्वास्थ्य विभाग डेंगू मरीजों की बढ़ रही संख्या को लेकर परेशान है.
दिल्ली, पंजाब व हरियाणा से बिहार आ रहा डेंगू : मलेरिया विभाग व स्वास्थ्य विभाग की मानें तो डेंगू के सर्वाधिक मरीज ट्रक ड्राइवर हैं. ये ड्राइवर पंजाब, हरियाणा, नयी दिल्ली आदि जगहों से आ रहे हैं. यही वजह है कि प्रदेश में यह बीमारी तेजी से फैल रही है.
पटना, बिहटा और बख्तियारपुर संवेदनशील : डेंगू के लिए पटना सिटी के ट्रांसपोर्ट नगर और उसके आसपास का इलाका काफी संवेदनशील है. पिछले छह साल में यहां 165 मरीज मिले हैं. ट्रक चालकों का आवागमन, जलकुंभी और जलजमाव डेंगू के प्रसार का प्रमुख कारण है. यहां से ही डेंगू शहर के अन्य इलाके में फैल रहा है. ग्रामीण इलाकों में डेंगू के लिए बिहटा और बख्तियारपुर को संवेदनशील माना जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार ट्रांसपोर्ट नगर व आसपास के इलाके में 2011 में 5, 2012 में 28, 2013 में 35, 2014 में 7, 2015 में 81 और 2016 में अब तक 18 मरीज मिले हैं. पाटलिपुत्रा कॉलोनी, बुद्धा कॉलोनी, पत्रकार नगर, कुम्हरार, हनुमान नगर, कंकड़बाग और राजेंद्रनगर ऐसे इलाके हैं, जहां पिछले छह साल में डेंगू के मरीजों की संख्या अधिक पाये गये हैं. जिला मलेरिया पदाधिकारी शंभु नाथ सिंह ने बताया कि संवेदनशील इलाके को चिह्नित कर वहां फॉगिंग की जा रही है. साथ ही लार्वा मारने के लिए स्प्रे भी कराया जा रहे हैं. दूसरे राज्यों से आ रहे ट्रक ड्राइवरों की वजह से डेंगू अधिक फैल रहा है.
पीएमसीएच : डेंगू के लिए 40 बेडों का वार्ड खुला
पटना. पीएमसीएच में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने शनिवार को 40 बेडों का एक वार्ड खोला है. वार्ड के खुल जाने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी. डेंगू के लिए वार्ड नहीं खुलने से मरीजों को भरती होने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने बताया कि प्रसूति व स्त्री रोग विभाग के ऊपरी तल्ले पर वार्ड बनाया गया है. दूसरे वार्ड में भरती डेंगू के पांच मरीजों को डेंगू वार्ड में भरती कर दिया गया है. वहीं, गंभीर रूप से भरती मरीजों को इमरजेंसी में भरती किया जा रहा है. अब तक इमरजेंसी में तीन डेंगू के मरीज भरती कराये गये हैं. प्रिंसिपल ने कहा कि जल्द ही प्लेटलेट्स का इंतजाम किया जायेगा. फिलहाल मरीजों को मच्छरदानी की व्यवस्था कर दी गयी है.
अब भी वोटर लिस्ट में जुड़वा सकते हैं नाम
पटना. अगर वोटर लिस्ट में आपका नाम नहीं हैं, तो 31 अक्तूबर तक आप नाम जुड़वा सकते हैं. इसके लिए जिला स्तर पर विशेष अभियान चलाया जायेगा. जिन वोटरों के दो जगह नाम हैं, उन्हें एक जगह से कटवाना होगा. डीएम एसके अग्रवाल ने यह निर्देश निर्वाचक निबंधक पदाधिकारियों की बैठक में दी. बैठक में शामिल विभिन्न पार्टियों के अध्यक्ष व सचिव को भी वोटर लिस्ट संबंधित दावा व आपत्तियों को 30 के पहले देने को कहा गया. प्राप्त आवेदन व आपत्तियों का निष्पादन 30 नवंबर तक किया जायेगा. जिला समाहरणालय की ओर से जारी निर्देश के अनुसार संशोधित निर्वाचक सूची का प्रकाशन 10 जनवरी, 2017 को किया जायेगा.
ऐसे जुड़वाएं अपना नाम : नाम जुड़वाने के लिए कोई भी वयस्क व्यक्ति आवेदन पत्र बीएलओ या फिर निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय में जमा करा सकता हैं. मोबाइल नंबर देना अनिवार्य है, जिन मतदाताओं के दो जगह नाम हैं, वे कटवाने का आवेदन दे सकते हैं. आवेदक हेल्पलाइन नंबर 0612-2203725 पर कॉल कर प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी ले सकते हैं.
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