पटना: लंबित योजनाओं पर मुहर लगाने की मांग को लेकर मेयर अफजल इमाम ने एक फरवरी को बोर्ड की बैठक बुलायी है. इसे लेकर उन्होंने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है.
पत्र में मेयर ने कहा कि 27 जनवरी को होनेवाली बैठक में महत्वपूर्ण योजना के एमओए पर हस्ताक्षर का प्रस्ताव था, जिसे चार फरवरी तक भारत सरकार के शहरी मंत्रलय में उपलब्ध कराना है. इसलिए एक फरवरी को पूर्व में निर्धारित समय व स्थान पर निगम बोर्ड की बैठक बुलायी गयी है. उन्होंने कहा कि वार्ड पार्षदों ने जिन मांगों को लेकर बैठक का विरोध किया, वह जायज है. यह योजनाएं स्थायी समिति व निगम बोर्ड से मंजूर हैं और निगम में राशि भी पर्याप्त है.
उपकरण खरीद में चूना लगाने की कोशिश
मेयर ने अपने पत्र में लिखा है कि ठोस कचरा प्रबंधन योजना के तहत सफाई उपकरणों की खरीद व डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने के लिए एजेंसी का चयन किया जाना है.
इस एजेंडा को स्थायी समिति व निगम बोर्ड से पारित हुए चार-पांच माह हो गये. प्री-बिड मीटिंग के बाद तत्काल एजेंडा का बोर्ड में आ जाना चाहिए था, लेकिन आपने जान-बूझ कर विलंब किया. इतना ही नहीं, इस एजेंडे में स्थायी समिति व निगम बोर्ड ने जो संशोधन किया है, उसे टेंडर डॉक्यूमेंट में शामिल नहीं किया गया है. इससे जाहिर होता है कि किसी खास कंपनी को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गयी है. नगर आयुक्त होने के नाते स्थायी समिति व बोर्ड के सुझाव को मानना आपका दायित्व है, लेकिन किसी सुझाव को नहीं माना है. इससे उपकरण खरीद में फिर निगम को चूना लगाने की कोशिश हो रही है. निगम में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ हम चुप नहीं रहने वाले हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते रहेंगे व लिखते भी रहेंगे और आपको भी इन सब मसलों पर शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए