पटना : शराबबंदी को लेकर लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी के खिलाफ की गयी कार्रवाई के बाद कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा थाना प्रभारी बने रहने की अनिच्छा जताने जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें कड़ी चेतावनी देते हुए आज कहा कि कानून सब पर लागू होता है. यदि वे थाना प्रभारी नहीं बने रहना चाहते तो नौकरी छोड़ दें. पुलिसकर्मियों ने थाना प्रभारी बने रहने पर अनिच्छा जताते हुए पुलिस मुख्यालय को ज्ञापन सौंपा था. इसे लेकिन मीडिया में खासा हंगामा होने के बाद नीतीश ने आज उक्त बात कही.
कानून केवल लोगों पर नहीं सब पर-सीएम
पटना स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में कुशवाहा मंच द्वारा नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मान में आज आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा आजकल लोग हाई लाइट कर रहे हैं कि थाना अध्यक्ष प्रभारी नहीं रहना चाहते हैं. कानून केवल लोगों पर नहीं, सब पर लागू होता है. उन्होंने ऐसे थाना प्रभारियों को चेतावनी दी कि वे अगर थाना प्रभारी नहीं बने रहना चाहते तो नौकरी छोड़ दें. मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों द्वारा इस कानून का गलत उपयोग न किया जाये इसके लिये सख्त प्रावधान किया गया है. कानून का गलत इस्तेमाल करने पर तीन साल की सजा और एक लाख रुपये का जुर्माना के साथ-साथ नौकरी से बर्खास्त एवं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि कानून सब पर लागू होगा। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है.
सुझाव का स्वागत
शराबबंदी कानून को लेकर अपने खिलाफ विपक्ष द्वारा अपशब्द का प्रयोग करने की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भगवान से एक ही प्रार्थना करते हैं उनके मुंह से अपशब्द नहीं निकले क्योंकि अपशब्दों का प्रयोग वही करते हैं जिनके पांव के नीचे से जमीन खिसक जाती है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के संबंध में गलत प्रचारित किया जा रहा है. मैं आलोचना करने वालों से विनम्र निवेदन करता हूं कि कानून में अगर कमी है तो उसे दूसर करने के लिये अपना बहुमूल्य सुझाव दें. कानून में संशोधन होता है. मैं उन सुझाव पर गौर और उसका स्वागत करूंगा.
बिहार में शराबबंदी सफलतापूर्वक लागू होगा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बड़े कार्यों में प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है. मैं पीछे हटने वालों में से नहीं हूं. हम काम करने में विश्वास रखते हैं सिर्फ बोलने के लिये काम नहीं करते. उन्होंने कहा कि यह वर्ष बापू के चम्पारण सत्याग्रह का 100वां वर्ष है. हमने बापू के प्रति आस्था तथा उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये शराबबंदी कानून लागू किया है. बिहार में जन सहयोग से शराबबंदी सफलतापूर्वक लागू होगा. बिहार देश एवं दुनिया के लिए एक उदाहरण बनेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी लागू होने से गांव का माहौल सुुधर गया है. आज गांव में शांति का माहौल है. शराबबंदी के लिये जन जागरण एवं जन चेतना जगायी गयी थी. एक करोड़19 लाख अभिभावकों ने शपथ पत्र भर कर जमा किया था.
पीएम फसल बीमा योजना पर बोले सीएम
उन्होंने कहा कि मैं लोगों के मानवाधिकार के प्रति सजग रहता हूं. शराब पीना मौलिक अधिकार नहीं है. शराबबंदी से आज सभी खुश हैं. गैस सब्सिडी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गैस सब्सिडी के संबंध में केंद्र सरकार कुछ और बोल रही थी परन्तु कैग की रिपोर्ट उससे अलग है. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक धोखा है. यह किसान के लिये नहीं बल्कि बीमा कंपनी के लिये फायदेमंद है इसमें किसान को उतना लाभ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इस योजना में राज्य एवं केंद्र सरकार दोनों को प्रीमियम देना है साथ ही किसानों को भी प्रीमियम देना है. उन्होंने कहा कि इस योजना का नाम केंद्र राज्य किसान फसल बीमा योजना होना चाहिए था. नीतीश ने कहा कि हमारे यहां बिहार में किसानों के हित के लिये कृषि रोड मैप है. किसानों के हित का पूरा ख्याल रखा जाता है, हित के लिये हम प्रयासरत हैं. हमलोग रात दिन काम करते हैं.