इस संबंध में पुलिस करीब दर्जन भर ज्ञात व 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. घटना के संबंध में बताया जाता है कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि डेहरी गांव में अवैध रूप से महुआ का शराब बड़े पैमाने पर बन रहा है.
सूचना के सत्यापन के बाद शनिवार की दोपहर बाद पीपरा थानाध्यक्ष अरुण कुमार के नेतृत्व मे डेहरी गांव में छापेमारी करने पहुंची ही थी कि इसकी भनक ग्रामीणों को मिल गयी. फिर क्या था पुलिस अभी कुछ कर पाती कि इसके पूर्व ग्रामीणों जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं, एकाएक पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. पुलिस अभी कुछ समझ पाती या मोरचा संभालती उसके पहले थानाध्यक्ष अरुण कुमार, अवर निरीक्षक विनोद कुमार प्रसाद, मानिकचंद रजक व आरक्षी जनार्दन यादव व परशुराम पासवान पथराव में घायल हो गये थे.