पटना: आप ओपीडी में इलाज करायें या इमरजेंसी में, अगर आपको डॉक्टर ने पैथोलॉजी जांच लिखी है, तो वो उसी समय होगी. इसके लिए इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान को एक माह के भीतर सेंटर लेबोरेटरी के रूप में विकसित किया जायेगा. संस्थान प्रशासन की ओर से इस दिशा में तेजी से काम शुरू कर दिया गया है, ताकि योजना में किसी तरह की रुकावट नहीं आये. मरीजों की जांच कम कीमत में की जायेगी.
24 घंटे होगा काम: सेंट्रल लैब को 24 घंटे चलाने के लिए चिकित्सकों व टेक्नीशियनों की शिफ्ट बदली जायेगी. सभी चिकित्सक आठ घंटे के अंतराल पर शिफ्ट को बदलेंगे. इसको लेकर चिकित्सकों व लैब में काम करने वाले कर्मियों की नियुक्ति होगी. संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार ने कहा कि इस प्रक्रिया से मरीजों को दलालों मुक्ति मिल जायेगी.