पटना: मोकामा स्थित रेल सह सड़क राजेंद्र पुल से रविवार से भारी वाहनों का परिचालन शुरू हो गया. उस पर ढाई वर्षों से भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगी हुई थी. पुल पर मेंटेनेंस वर्क चल रहा था. इस रोक की वजह से महात्मा गांधी सेतु पर वाहनों का लोड बढ़ गया था. इससे पटना स्थिति नेशनल हाइवे व बाइपास पर जाम की भयावह समस्या हो गयी थी. जाम हटाने में ही पुलिस और ट्रैफिक पुलिस की आधी ताकत लग जाती थी.
जिला प्रशासन अलग ही जाम हटाने को लेकर परेशान रहता था. इसे देखते हुए पटना के डीएम ने रेल प्रशासन से राजेंद्र पुल का मेंटेनेंस कार्य शीघ्र पूरा कर भारी वाहनों के परिचालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया था. इसके आलोक में रविवार से भारी वाहनों का राजेंद्र पुल से शुरू हो गया. है.
पूमरे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी अरविंद कुमार रजक ने बताया कि राजेंद्र पुल का मेंटेनेंस कार्य किया जा रहा था, जिससे भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगायी गयी थी. मेंटेनेंस कार्य पूरा करने के बाद रविवार से भारी वाहनों के परिचालन को बहाल कर दिया गया है.
बरौनी व गुवाहाटी जानेवाले ट्रकों को मिलेगा लाभ
राजेंद्र पुल से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगे होने के कारण पूर्वी बिहार या पूर्वी भारत की ओर जाने वाले ट्रकों को गांधी सेतु क्राॅस करना पड़ रहा था और समस्तीपुर होते हुए जाना पड़ रहा था. अब राजेंद्र पुल से परिचालन शुरू होने के बाद वे बरौनी, कटिहार होते हुए असम, बंगाल, गुवाहाटी आदि शहरों में जा सकते हैं. इससे उन्हें कम समय लगेगा.
गांधी सेतु पर कम होगा वाहनों का लोड
राजेंद्र पुल बंद होने के कारण पूर्वी बिहार व पूर्वी भारत की ओर जाने वाली ट्रकों को गांधी सेतु पार करना पड़ रहा था. इस लोड के कारण रोजाना न्यू बाइपास से लेकर गांधी सेतु पर जाम की समस्या बन रही थी. अब इस समस्या से निजात मिलेगी. डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि जाम की समस्या को देखते हुए रेलवे प्रशासन को निर्देश दिया था कि राजेंद्र पुल पर शीघ्र परिचालन कराएं. इससे भारी वाहनों के परिचालन शुरू हो जाने से महात्मा गांधी सेतु पर वाहनों का लोड घटेगा.