13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

15 लाख में हुआ था टॉपर बनाने का सौदा

परदा हटा. सांइस के फर्जी थर्ड टॉपर सौरभ के गिरफ्तार बिल्डर पिता अजय ने किये कई खुलासे फरारी के दौरान पहले बनारस गया और फिर पटना में ही अपने अपार्टमेंट में छुपा था पटना : बिहार बोर्ड इंटर साइंस का फर्जी थर्ड टॉपर सौरभ के पिता अजय कुमार सिंह को बहादुरपुर थाने के भूतनाथ रोड […]

परदा हटा. सांइस के फर्जी थर्ड टॉपर सौरभ के गिरफ्तार बिल्डर पिता अजय ने किये कई खुलासे
फरारी के दौरान पहले बनारस गया और फिर पटना में ही अपने अपार्टमेंट में छुपा था
पटना : बिहार बोर्ड इंटर साइंस का फर्जी थर्ड टॉपर सौरभ के पिता अजय कुमार सिंह को बहादुरपुर थाने के भूतनाथ रोड स्थित सरयू टावर से गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस की कड़ी पूछताछ में उसने कबूल किया है कि बेटे सौरभ को टॉपर बनाने के लिए 15 लाख रुपये में बच्चा राय से सौदा हुआ था.
इसमें परीक्षा से पहले पांच लाख रुपये एडवांस दिया था. बच्चा ने अजय से एक सादे पेपर पर साइन करा लिया था. बच्चा की प्लानिंग टाॅपर बन जाने के बाद अजय से और पैसा वसूलने की थी. पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे निगरानी की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उसे बेऊर जेल भेज दिया गया है.
अजय कुमार सिंह ने एसआइटी की पूछताछ में बताया कि उसका बेटा पुलिस की दबिश से डर गया था, इसलिए बिहार छोड़कर शिमला भाग गया है. पुलिस को सटीक लोकेशन पता चल गया है, एसआइटी की एक टीम को शिमला के लिए रवाना कर दिया गया है.
पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द सौरभ को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. इसको अन्य लोगों की तलाश जारी है. अजय पहले अपने बेटे सौरव व बेटी का एडमिशन बनारस में कराया था. बाद में बेटी बनारस में ही मेडिकल की तैयारी करने लगी. वहीं सौरव को आरपीएस कॉलेज से 10वीं कराया. इसके बाद उसका एडमिशन बच्चा के स्कूल में कराया.
अजय का कहना था कि बच्चा से उसकी जान पहचान पहले से थी. बच्चा और उसके पिता दोनों अजय के नाना व आरजेडी के पूर्व सांसद शिवशरण सिंह के घर आते-जाते थे. वहीं से परिचय था. बाद में जब वह पटना आकर बिल्डर का काम करने लगा, तो बच्चा उसके घर आता-जाता था.
बच्चा ने कहा, टॉपर बनवा देंगे
अजय कुमार सिंह को पैसे की कमी थी नहीं, यह बच्चा अच्छी तरीके से जानता था. जब अजय ने बेटे सौरभ को पास कराने के लिए बच्चा से कहा, तो उसने टॉपर बनवा देने की बात कही.
इसके बाद 15 हजार रुपये लेकर बच्चा ने अपने स्कूल में एडमिशन करवाया. परीक्षा से पहले पांच लाख रुपये एडवांस लिये और फिर टॉपर बनवाने के बाद 10 लाख रुपये और देने की बात तय हुई थी. बच्चा ने एक सादे पेपर पर साइन कराया था.
परीक्षा केंद्र पर रहता था बच्चा व भाई
एसआइटी की पूछताछ में अजय ने बताया कि परीक्षा के दौरान वह दो बार परीक्षा केंद्र पर गया था. वहां पर बच्चा राय, उसके पिता और भाई मौजूद मिलते थे. यह लोग पूरी परीक्षा को मैनेज करते थे. उसने एक सवाल के जवाब में कहा कि टॉपर कैसे बनाये जाते थे यह उसे नहीं मालूम है. उसने सिर्फ पैसा देने की बात कही थी.
18 जुलाई को निगरानी कोर्ट में पेश होंगे बोर्ड घोटाले के सभी आरोपित
बोर्ड घोटाला में गिरफ्तार किये गये सभी आरोपितों को 18 जुलाई को निगरानी कोर्ट में पेश किया जायेगा. निगरानी के विशेष जज राघवेंद्र कुमार सिंह इस केस की सुनवाई करेंगे.
अजय के नाना शिवरण सिंह वैशाली से थे सांसद
अजय कुमार सिंह का राजनीतिक बैकग्राउंड भी है और वह करोड़ों का मालिक है. वर्ष 2000 और 2005 में वह लालगंज से निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में विधानसभा का चुनाव लड़ चुका है. दोनों बार उसे हार का सामना करना पड़ा. वहीं उसकी पत्नी उषा सिंह वैशाली के पंचदमिया से मुखिया है.
राजनीति में भाग्य आजमाने के बाद अजय ने बुद्ध कंस्ट्रक्शन के नाम से कंपनी बनायी और पटना में बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम शुरू कर दिया. अजय ने फुलवारी शरीफ में गणपति रेजिडेंसी, कंकड़बाग के आरएमएस कॉलोनी में एफआर गणपति रेजिडेंसी का निर्माण कराया. इसके बाद भूतनाथ रोड में सरयू टावर बनवाया. इसी राेड में सरयू टावर के नाम से दूसरा अपार्टमेंट बनवा रहा था और इसी में छुपा हुआ था. एसआइटी ने गुरुवार की रात उसे सरयू टावर से गिरफ्तार किया है.
इधर घोटाले के 500 पेज के सबूत तैयार, होगी चार्जशीट
पटना : इंटर रिजल्ट घोटाले में आरोपितों के बचने के सभी रास्ते बंद किये जा रहे हैं. पुलिस चार्जशीट में चक्रव्यूह रचना शुरू कर चुकी है. अब तक जेल भेजे गये 21 आरोपितों के खिलाफ सबूत के तौर पर जो दस्तावेज इकट्ठा किये गये हैं, उनके पेज 500 से ज्यादा हो गये हैं.
पुलिस भारी-भरकम चार्जशीट दाखिल करेगी. चार्जशीट तो अगस्त के अंतिम सप्ताह में दाखिल होगी, लेकिन लिखे जाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. पुलिस की कोशिश है कि आरोपितों को कड़ी सजा दिलायी जा सके. कांड के तीन प्रमुख खिलाड़ियों (लालकेश्वर, उषा सिन्हा और बच्चा राय) को पुलिस कड़ी सजा दिलाने के लिए एड़ी-चोटी एक कर रही है. प्राथमिकी में जो अारोप हैं और बोर्ड दफ्तर से लेकर कई स्कूलों से जो दस्तावेज मिले हैं, पुलिस उन्हें सहेज चुकी है.
आरोप और उसके सबूत देखने के बाद चार्जशीट लिखी जा रही है. घोटाले में शामिल 21 आरोपित पकड़े जा चुके हैं. जो आठ फरार चल रहे हैं, उनके खिलाफ अब कुर्की-जब्ती की तैयारी है. संभावना है कि तीन टॉपर्स समेत सभी आठ आरोपित सरेंडर करेंगे. उनकी गिरफ्तारी के बाद चार्जशीट पूरी तरह से कंप्लीट हो जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें