पटना: तेल व गैस संरक्षण की जरूरत है. ईंधन नहीं बचाया, तो 20 साल बाद संकट होगा. ये बातें खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने भारतीय नृत्य कला में तेल एवं गैस संरक्षण पखवारे के उद्घाटन समारोह में कहीं. इंडियन ऑयल,भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम एवं पेट्रोलियम संरक्षण रिसर्च संगठन द्वारा आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि 16 से 31 जनवरी तक संरक्षण पखवारा मनाया जा रहा है. बच्चों को तेल संरक्षण के लिए आगे आना होगा. उनकी बात अभिभावक मानेंगे.
तेल-गैस की बढ़ी खपत : इंडियन ऑयल के उप महाप्रबंधक (रिटेल सेल्स) नजमी ने कहा कि तेल एवं गैस की खपत बढ़ गयी है. 80-82 प्रतिशत इंपोर्ट हो रहा है. क्रूड प्राइस घटता-बढ़ता रहता है. उन्होंने सलाह दी कि गाड़ी को एक निश्चित सीमा में चलायें.
साथ ही गृहिणियों से कहा कि रसोई गैस को हाइ में नहीं जलाएं. भारत पेट्रोलियम के टेरेटेरी मैनेजर (रिटेल) डी. सेन शर्मा ने तेल एवं गैस संरक्षण की शपथ दिलायी. संचालन इंडियन ऑयल के मैनेजर इंस्टीट्यूसनल (सेल्स) एसके पंडा ने किया. मौके पर पीसीआरए के सब-रीजनल ऑफिसर कम ज्वाइंट डायरेक्टर (पटना) शील प्रियम, राज्य समन्वयक एसएस प्रसाद, बीपी के उप प्रबंधक (विक्रय)उत्तम मिंज आदि मौजूद थे. पखवारे के दौरान 16 से 31 जनवरी तक तेल एवं गैस संरक्षण पर टेलीविजन पर बातचीत व क्विज का आयोजन विभिन्न स्कूल-कॉलेज में, साइकिल रैली, ट्रैक्टर एवं सिंचाई पंप में डीजल बचाने के लिए कार्यशाला, परिवहन जगत एवं उद्योग जगत के लिए ईंधन बचाने के लिए कार्यशाला होगी.