फतुहा : स्टेशन रोड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इन दिनों प्रतिदिन ओपीडी में सैकड़ों मरीजों की भीड़ लगी रहती है. वहीं, चिकित्सकों की कमी के कारण मरीज को घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है. अस्पताल प्रबंधन की ओर से प्रतिदिन दो चिकित्सकों को ओपीडी में लगाया गया है. लेकिन, सोमवार को एक चिकित्सक नौशाद अली के छुट्टी पर चले जाने के कारण दूसरे चिकित्सक डाॅ राजकुमार प्रसाद को परेशानी का सामना करना पड़ा.
सोमवार को 250 से अधिक मरीज ओपीडी में जमा थे, जिसके चलते अफरा-तफरी की स्थिति बन गयी. राजद के प्रदेश नेता नवल किशोर यादव ने बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री से फतुहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जल्द ही महिला चिकित्सकों के अलावा अन्य चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने की मांग की है.
नहीं है कोई महिला चिकित्सक : फतुहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा प्रभारी डाॅ सुधाशंकर राय के अलावा डाॅ राजकुमार प्रसाद, डाॅ नौशाद अली, डाॅ गणपत मंडल व आयुष चिकित्सक डाॅ अजीत कुमार, डाॅ वैभव शांडिल्य कार्यरत हैं. इनके अलावा महिला चिकित्सक डाॅ रश्मि जायसवाल कार्यरत हैं, जो दो वर्षों से पीएमसीएच में प्रतिनियुक्ति है. वहीं, डाॅ ओम प्रकाश का तबादला मसौढ़ी व डाॅ श्रीप्रकाश उपाध्याय का तबादला वैशाली हो गया है.
इन तीनों के स्थान पर किसी चिकित्सक की नियुक्ति नहीं रहने के कारण अस्पताल प्रबंधन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जबकि फतुहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में फतुहा के आसपास के क्षेत्रों के अलावा नालंदा, वैशाली के लोग भी प्रतिदिन इलाज कराने आते है.
इतना ही नहीं पटना-बख्तियारपुर फोर लेन सड़क पर आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती है, जिसके भी मरीज यहां प्राथमिक उपचार के लिए आते रहतेे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी महिला मरीजों को उठानी पड़ रही है. क्योंकि, यहां कोई भी महिला चिकित्सक नहीं है. प्रसव से लेकर महिलाओं के बंध्याकरण पुरुष चिकित्सकों के अलावा एनएम और आशा के सहारे हैं.