उन्होंने भारत सरकार की ओर से किये जा रहे आर्थिक सुधारों को मजदूर विरोधी बताते हुए कहा कि बैंकिंग क्षेत्र के सभी संगठन इसका मिल कर विरोध करेंगे. इसलिए 29 जुलाई को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान भी किया गया है.
आज पब्लिक सेक्टर के बैंकों की खराब हालत के लिए एनपीए खाता सबसे बड़ी समस्या है. बड़े-बड़े घरानों व उद्योगपतियों के पास लोन चुकाने के लिए पैसे नहीं हैं. सरकार ऐसे एनपीए धारक बड़े घरानों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करें. सम्मेलन के मुख्य अतिथि व यूनियन के महासचिव अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कर्मियों को ग्राहकों के हित की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहने का आह्वान किया. सम्मेलन में झारखंड प्रांतीय बैंक के अध्यक्ष दिनेश झा ललन, महासचिव योगेश प्रसाद सिंह, बीके मिश्रा, एके अठवल, सुधीर कुमार, संजय तिवारी, उदय शंकर डे सहित विभिन्न बैंकों के कर्मचारी नेता मौजूद थे. धन्यवाद ज्ञापन राज्य सचिव प्रभात चौधरी ने, जबकि मंच संचालन केके सहाय ने किया.