जांच में पाया गया कि प्लेटफाॅर्म पर ठंडा पानी उन नलों में जल्द खत्म हो जा रहा है, जहां आरओ सिस्टम लगा हुआ है. राजेंद्र नगर टर्मिनल पर मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों ने नल को खोल कर देखा और पानी मिलने के बाद जब प्लेटफाॅर्म पर पड़ी गंदगी को देखा, तो तुरंत स्टेशन मैनेजर से शो काॅज मांगा.
आधा घंटे बाद टीम पटना जंकशन पहुंची जहां एक नंबर से पांच नंबर तक के लगे नल को चेक किया गया, जिसमें पानी की धार ठीक थी. कहीं-कहीं ठंडा पानी नहीं था. इसी दौरान राजरानी एक्सप्रेस के डब्बे में बैठे एक यात्री से मिश्रा ने पानी का बोतल मांगा, तो वह लोकल ब्रांड का पानी था. इसको लेकर सीटीआइजी को निर्देश दिया गया है और कहा गया है कि अगर दोबारा से निरीक्षण के दौरान लोकल ब्रांड का पानी स्टेशन, प्लेटफाॅर्म या डिब्बा में मिल गया, तो सभी को इसका जवाब देना पड़ेगा.
इसके बाद अधिकारियों की टीम पाटलिपुत्र जंकशन पर गयी, जहां औचक निरीक्षण किया, लेकिन वहां पानी को लेकर कोई दिक्कत नहीं थी. इस दौरान उनके साथ दानापुर के सीनियर डीइएन पवन कुमार व संजय कुमार सिंह, आरडी मीणा, सीनियर डीइइ रवीश कुमार, प्रमुख मुख्य इंजीनियर के सचिव केके भार्गव, सीनियर डीएमओ डॉ आइएन यादव, एइएन मुख्यालय डीके सिंह व स्वाति राज मौजूद रहीं.