पटना : होली का असर काॅमर्शियल बैंकों की छुट्टी पर भी पड़ रहा है. बिहार दिवस (22 मार्च) से लेकर रविवार (27 मार्च) तक लगातार छह दिनों की छुट्टी रहेगी. बैंकों में इतनी लंबी छुट्टी को लेकर व्यवसायी खासे चिंतित हैं. दरअसल, 22 मार्च को बिहार दिवस की छुट्टी है, जबकि उसके अगले दिन 23 व 24 मार्च को होली का अवकाश है.
इसके बाद 25 मार्च को गुड फ्राइडे, जबकि, 26 मार्च को चौथा शनिवार होने की वजह से बैंकों में छुट्टी रहेगी. 27 मार्च को रविवार है. सोमवार (21 मार्च) को कामकाज खत्म होने के बाद बैंक 28 मार्च को ही खुलेगा. शाखाएं रहेंगी बंद, एटीएम खुली रहेंगी : बैंक अधिकारियों के मुताबिक इस अवधि में बैंक शाखाएं बंद रहेंगी. एनइएफटी व आरटीजीएस से भी राशि का भुगतान नहीं होगा. चेक क्लियर नहीं होंगे. नेट बैंकिंग व एटीएम के माध्यम से पैसे ट्रांसफर हो सकेंगे.
बंदी की अवधि में एटीएम से लेकर दुकानों में क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान के लिए इस्तेमाल किये जानेवाली पॉश मशीनें भी उपलब्ध रहेंगी.
लेखा वर्ष समाप्ति की चिंता : व्यवसायी बैंक बंदी को लेकर अधिक चिंतित दिख रहे हैं. बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष आेपी साह ने कहा कि इसी महीने लेखा वर्ष को समाप्त होना है. इस परिस्थिति में व्यावसायिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. वहीं, दूसरी ओर राज्य सरकार के राजस्व ग्रहण पर भी बंदी का प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
नहीं पड़ेगा अधिक असर : बैंक कर्मचारी नेता संजय तिवारी की मानें, तो आम बैंक ग्राहकों पर इसका अधिक असर नहीं पड़ेगा. एटीएम में पर्याप्त राशि उपलब्ध रहने से दिक्कत नहीं होगी. एक बार एटीएम फुल होने पर 10 से पंद्रह दिन चलता है. अधिक दबाव पड़ने पर भी सात दिन तो पैसे देंगे ही. जहां तक बंदी का सवाल है,
यह सिर्फ बिहार के लिए नहीं है. पूरे देश में पांच दिनों की बंदी है. हां, बिहार दिवस के चलते बिहार में एक दिन की छुट्टी बढ़ गयी है. उन्होंने कहा कि हर साल बंगाल में दुर्गा पूजा के मौके पर लगातार सात दिन बैंक बंद रहते हैं. मगर, वहां भी कारोबार प्रभावित नहीं होता.