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शिक्षक बने शैतान, लिख दिया मौत का रिजल्ट

क्राइम कथा के आज के अंक में पढ़िए क्रूर शिक्षकों की करतूत. बर्बरता की दास्तां. शालीनता, ज्ञान और बुद्धिजीवियों की शक्ल में छुपे अपराधी प्रवृत्ति के मास्टर साहब ने किस तरह से कुचल डालीएक जिंदगी. गरीब परिवार को कर दिया बेसहारा और स्कूल परिसर में एक अभिभावक का किया कत्ल. आखिर उसका गुनाह क्या था? […]

क्राइम कथा के आज के अंक में पढ़िए क्रूर शिक्षकों की करतूत. बर्बरता की दास्तां. शालीनता, ज्ञान और बुद्धिजीवियों की शक्ल में छुपे अपराधी प्रवृत्ति के मास्टर साहब ने किस तरह से कुचल डालीएक जिंदगी. गरीब परिवार को कर दिया बेसहारा और स्कूल परिसर में एक अभिभावक का किया कत्ल. आखिर उसका गुनाह क्या था?
सरकार की तरफ से मुफ्त मिलने वाला मिड डे मील उसकी बेटी को कम दिया गया था और मांगने पर उसकी पिटाई की गयी थी. बाप शिकायत लेकर पहुंचा तो मिड डे मील के घोटाले के खिलाफ उठती आवाज को शांत करने के लिए शिक्षक उस पर भेड़िये की तरह टूट पड़े. वह आह भरता रहा, दर्द से कराहता रहा, पर नहीं बख्शी गयी उसकी जिंदगी. पढ़िए दिल को दहला देनेवाली घटना पर पूरी रिपोर्ट.
और हकीकत से रू-ब-रू कराती हुई घटना की पूरी रिपोर्ट.
विजय सिंह
पटना : vijay12november@gmail.com
भ गवान भास्कर की किरणें जैसे-जैसे तेज होती जा रही हैं, ठंड का रंग भी गुलाबी हो गया है. सुबह की धूप तो ठीक है, पर दिन चढ़ने के साथ ऊनी कपड़े शरीर पर भारी लगने लगे हैं. प्रधानाध्यापक हरदेव राम भी यही महसूस कर रहे हैं. आज (तीन फरवरी, 2016) बुधवार है. सुबह के 10 बजे हैं. राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपलापुर पूरब भाग (नरपतगंज, अररिया) का परिसर है. हरदेव राम कुर्सी पर थोड़ा लंबा होकर फैले हुए हैं. धूप ले रहे हैं.
वे आज मन ही मन खुश हैं, इस बार मिड डे मील में बड़ा हाथ मारे हैं. सब जगह सेटिंग हो गयी है. महीने भर चूल्हा जला की नहीं, कितने बच्चे उपस्थित हुए, कितना खर्च हुआ, कोई ब्योरा लेने नहीं अाया, सब चुप, सब खामोश. बगल में स्कूल के ही शिक्षक जुल्फिकार नयन बैठे हैं. दोनों लोग अापस में धीरे-धीरे बात कर रहे हैं. थोड़ी ही दूरी पर महिला रसोइया और उसका पति शंभु यादव भी मौजूद हैं. दोनों मध्याह्न भोजन की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन शंभु का ध्यान भोजन से ज्यादा प्रधानाध्यापक और शिक्षक की काना-फूसी पर है.
वह सोच रहा है कि कहीं मिड डे मील के घोटाले की बात तो नहीं हो रही है, वह बात सुनने के लिए थोड़ा आगे बढ़ा. लेकिन, यहां चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत चरितार्थ हुई. प्रधानाध्यापक हरदेव राम ताड़ गये कि शंभु उनके करीब क्यों आ रहा है. उन्होंने जोर से डांट लगायी और नौकरी ही ले लेने की धमकी दी. नौकरी के नाम पर शंभु के पैर के नीचे की जमीन हिल गयी. आखिर यही ताे उसकी और उसकी पत्नी की रोजी-रोटी है. वह खिसक लिया. दोनों पति-पत्नी खाना बनाने लगे.
कसिदा खातून (14 वर्ष) इसी स्कूल में पांचवी की छात्रा है. आज वह घर से बिना खाये स्कूल आ गयी है.उसका जाेर से भूख आयी है. वह किताब खोल कर स्कूल में बैठी, पर उसका ध्यान आज मध्याह्न भोजन की तरफ है. वह चाहती है कि जल्द खाना पक जाये और जल्द से उसे खाने को मिले. किताब में आंख गड़ाये हुई हैं, पर मन नहीं लग रहा है. मन मार कर वह बैठ जाती है. इसके बाद बैग से
उसने हिंदी की बुक निकाली और कविता पढ़ने लगी. 10 मिनट में वह रम गयी. लेकिन बीच-बीच में चावल और सब्जी की खुशबू उसका ध्यान खाने की तरफ खींच रही है. फिलहाल खाने का वक्त हुआ. घंटी बजी और थाली लेकर तैयार हो गयी.
सभी बच्चे कतारबद्ध हैं. सबकी थाली में चावल व सब्जी परोसे जा रहे हैं. कसिदा का नंबर आया, तो उसकी थाली में भी खाना मिला, लेकिन भूख इतनी तेज थी कि वह थोड़ा और चावल लेना चाह रही थी.
उसने मांगा भी, पर रसोइया शंभु ने उसे आंख दिखायी और आगे बढ़ गया.वह मन में थोड़ा उदास हुई, पर कुछ बोली नहीं और खाना खाने लगी. उसने जल्दी-जल्दी अपनी थाली खाली कर दी. उसका अंदाजा सही था, उसकी भूख अभी गयी नहीं थी, वह थाली लेकर रसोइया के पास पहुंची और थोड़ा चावल देने काे कहा.
इस पर वह प्रधानाध्यापक हर देव राम की तरफ मुखातिब हुआ और कसिदा पर चिल्लाने लगी. हरदेव राम भी कसिदा के पास पहुंचे, उसने डांट-फटकार लगायी और थाली रख देने की बात कही. इस पर वह रोने लगी. वह जिद में आ गयी. उसने कहा कि उसे थोड़ा और खाना चाहिए. इस पर रसोइया उससे बहस करने लगा. इस पर हरदेव राम को गुस्सा आ गया, उन्होंने रसोइया को डांटने के बजाय, कसिदा को ही पीटना शुरू कर दिया. उसे बहुत बुरा लगा. उसने थाली रख दी और रोते हुए अपने घर चली गयी.
गोपलापुर पंचायत के बगल से मुख्य नहर निकली हुई है. पंचायत के वार्ड नंबर पांच में नहर के किनारे एक छोटी-सी झोंपड़ी में बसर करनेवाले मोहम्मद सागीर (50) रहते हैं.
कसिदा खातून उनकी बेटी है. कसिदा को रोता देख घरवाले परेशान हो गये. उसके अब्बू कसिदा के पास जाते हैं और पुचकारते हुए पूछते हैं कि आखिर तुम रो क्यों रही हो? इस पर कसिदा ने बताया कि उसे मध्याह्न भोजन कम दिया गया और मांगने पर प्रधानाध्यापक ने पीटा. इस पर मोहम्मद सागीर काे गुस्सा आता है, वह सोचते हैं कि एक तो खाना नहीं दिया, ऊपर से पिटाई की. वह थोड़ा गुस्से में घर से निकलते हैं और सीधे स्कूल पहुंचते हैं. दिन के करीब दो बजे हैं. स्कूल में पढ़ाई चल रही है. सागीर पहुंचते हैं और प्रधानाध्यापक हरदेव राम के पास जाकर बेटी की पिटाई की शिकायत करते हैं.
इस पर हरदेव राम को गुस्सा आ जाता है. वे डांटने लगते हैं, सागीर समझ नहीं पा रहा है कि हो क्या रहा है. शिकायत पर इतना नाराज क्यों हो रहे हैं मास्टर साहब. फिलहाल बात बढ़ गयी. दोनों में बहस हो गयी. मामला इतना बढ़ा कि हरदेव राम उससे हाथापाई करने लगे. इस पर दूसरे शिक्षक जुल्फिकार नयन और रसोइया शंभु यादव व उसकी पत्नी सब जुट गये. इस दौरान हरदेव राम ने सागीर को थप्पड़ जड़ दिया. बस इसके बाद तो वह हुआ, जो किसी ने सोचा नहीं था. हरदेव राम समेत चारों ने उसे स्कूल के कमरे में खींच लिया. गोपलापुर पंचायत की घनी आबादी के बीच मौजूद इस स्कूल की चहारदीवारी के अंदर सागीर पर लात-घूंसे बरसने लगे. वह जमीन पर गिर गया.
पीठ और चेहरे पर लात-जूते पड़ रहे हैं1 उसके मुंह से आह-कराह निकल रही है, पर उसकी चीखें स्कूल की दीवारों से टकरा कर रह गयीं. न तो शिक्षकों ने सुनी और न ही गांव के लाेगों ने. करीब 10 मिनट हो चुके हैं, बर्बरता पूर्वक चल रही यह पिटाई रुकने का नाम नहीं ले रही है. सागीर अब लगभग बेसुध हो चला. इस बीच शिक्षकों का एक जूता उसके गुप्तांग पर पड़ा और सागीर जाेर से चीख उठा. यह चीख उसकी पूरी ताकत के साथ निकली है. अब दर्द बरदाश्त से बाहर हो गया. वह हाथ जोड़ लिया, गिड़गिड़ाने लगा. तब जाकर उसे छोड़ा गया. अधमरे हालत में जमीन से नहीं उठ पाने की स्थिति होने के बावजूद सागीर उठा और अपने घर की तरफ भागा. स्कूल में चले इस तांडव के गवाह वह मासूम बच्चे हैं, जो वहां शिक्षा ग्रहण करने गये हैं. उनकी आंखों के सामने क्रूर हमला हुआ.
सभी डर कर कमरे से बाहर निकल गये. उन्होंने अपने मास्टर जी को कभी इतने गुस्से में नहीं देखा था. सवाल यह है कि आखिर इतना गुस्सा क्यों, शिक्षक इस स्तर पर क्यों उतर आये. क्या यह मिड डे मील के हो रहे घोटाले के खिलाफ आवाज उठाने का नतीजा था. क्या यह आवाज को दबाने की कोशिश थी. दहशत का नजीर पेश किया गया, जिससे आगे से कोई हिम्मत नहीं जुटा सके. फिलहाल यह पुलिस के अनुसंधान का विषय है, जो जारी है. इधर, शाम के चार बज गये हैं. मोहम्मद सागीर घर नहीं पहुंचा है. घर में उसकी पत्नी बीवी रुकसेन अौर बच्चे इंतजार कर रहे हैं.
शाम होते देख बीवी रुकसेन को बैचनी हुई, वह घर से निकली और स्कूल की तरफ जाने लगी. रास्ते में उसने जो देखा उसकी कल्पना न थी. सागीर खेत के किनारे मुंह के बल गिरा हुआ था. उसने नब्ज टटोला, धड़कन को देखा, पर सबकुछ शांत हो चुका था. पैर ठंडे पड़ चुके थे. उसे मियां की मौत की आशंका का एहसास हो चला था, लेकिन दिल को तसल्ली नहीं हो रही थी. उसने सागीर को जोर से हिलाया. कुछ हरकत नहीं हुई, अब उसे यकीन होगया. वह फूट-फूट कर रोने लगी. पूरा गांव जमा हो गया.
बच्चे बिलखते हुए अब्बू के पास पहुंचे. गांव वालों से पता चला कि स्कूल में कुछ हुआ है. बीबी रुकसेन स्कूल पर पहुंची और आसपास के लोगों से पूछा, तो पता चला कि स्कूल में शिक्षकाें ने सागीर को पीटा है. फिलहाल घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी. नरपतगंज पुलिस मौके पर पहंची. शव को कब्जे में लिया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने मृतक के बड़े बेटे रियाज मोहम्मद (18) के आवेदन पर हरदेव राम समेत चार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया. आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है, लेकिन शिक्षकों की इस करतूत ने एक परिवार को सड़क पर ला दिया. सहारा छीन लिया. सागीर के मरने के बाद परिवार के सामने रोटी के लाले हैं. मेहनत-मजदूरी से चलनेवाले इस घर में अब चूल्हा कैसे जलेगा, यह बड़ा सवाल खड़ा हाे गया है. सबसे ज्यादा इसका असर बेटी कसिदा खातून (14) पर है.
वह खुद को कोस रही है कि आखिर उसने घर पर शिकायत ही क्यों की. ऐसा हादसा होगा उसे जरा-सा भी भान नहीं था. उसकी दूसरी बहन चांद (12) का रो-रो कर बुरा हाल है. सोना (10) और सबसे छोटा भाई राजा (7) चाह कर भी अपने अब्बू को नहीं भूल पा रहे हैं. वहीं पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेामारी कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि सागीर के गुप्तांग पर गंभीर चोट लगी थी, इसलिए उसकी मौत हो गयी.
(इनपुट : नरपतगंज से संजीव कुमार यादव, अररिया से जितेंद्र कुमार सिंह)
रांची में शिक्षिका और उसके परिवार ने छात्र के खून से रंगे हाथ
यहां भी टीचर जल्लाद निकला
रांची का जाना-मान सफायर इंटरनेशनल स्कूल. यहां नाजिया हुसैन हिंदी की शिक्षिका हैं. उनका बेटा और इसी स्कूल में 11वीं तथा बेटी छठवें क्लास में पढ़ती है. स्कूल के ही सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले विनय महतो (11) का शिक्षिका की बेटी से दोस्ती है. पर, यह दोस्ती शिक्षिका और उसके बेटे को खटकती है. स्कूल में मजाक भी बनता है और कमेंट भी सुनने को मिलते हैं.
पूरा परिवार इस मैटर को लेकर तनाव फील कर रहा है. इस तनाव को हमेशा-हमेशा के लिए खत्म करने के लिए रची जाती है एक साजिश. बनती है खून-खराबा की डरावनी तसवीर.
आज चार फरवरी है. स्कूल में वार्षिकोत्सव की तैयारी चल रही है. बास्केट बॉल के ग्राउंड में विनय मौजूद है. इस बीच शिक्षिका का बेटा उसके पास आता है और घर पर खाने के लिए उसे इनवाइट करता है. विनय को थाेड़ा आश्चर्य हुआ, लेकिन वह तैयार हो गया. स्कूल में लगे सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक रात के एक बजे विनय प्रिंसिपल आवास होते हुए शिक्षका के घर पहुंचता है. फर्स्ट फ्लोर पर पहुंच कर वह दरवाजा नॉक करता है और शिक्षिका को बेटा दरवाजा खोलता है. उसे अंदर ले जाता है और दरवाजा बंद कर देता है. अब शुरू होती है असली कहानी. शिक्षिका बेटा धमकी देता है.
बोलता है कि तुम अब कभी मेरी बहन से नहीं मिलोगे, बात नहीं करोगे, पर विनय तैयार नहीं था. इस पर दोनों में बहस हुई.
शििक्षका को देख जगी थी विनय की उम्मीद
इस दौरान शिक्षिका अपनी बेटी के साथ उसी कमरे में पहुंच गयी. शिक्षिका को देख कर विनय को लगा कि कुछ नहीं होगा, लेकिन आज सबने इरादा बना लिया था. विनय की पिटाई होने लगी. शिक्षिका के बेटे ने विनय पर हमला कर दिया. उसे लात-घूंसों से मारा और दीवार में सिर लड़ा दिया. इस दौरान उसका सिर फट गया. खून फैलने लगा, वह अचेत हो कर फर्श पर गिर पड़ा. इस पर शिक्षिका ने अपने पति आरिफ अंसारी को फोन किया. घटना की जानकारी दी. आरिफ ने सलाह दी कि खून साफ कर दो और विनय को नीचे फेंक दो.
रेलिंग से फेंक दिया
इसके बाद विनय को रेलिंग के रास्ते नीचे फेंक दिया गया. घर के कमरे में फैला खून साफ कर दिया गया. देर रात घर लौट रहे एक शिक्षक की नजर विनय पर पड़ी, तो उन्होंने स्कूल प्रशासन को इसकी खबर दी. इसके बाद उसे गुरुनानक अस्पताल में भरती कराया गया, वहां से रिम्स में रेफर किया गया.
इलाज के दौरान विनय की मौत हो गयी. घटना के बाद पुलिस के अनुसंधान में सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक जांच में पूरे मामले का खुलासा हुआ. एक शिक्षिका के सामने, उसके घर में स्कूल के छात्र की हत्या कर दी गयी. पुलिस ने शिक्षिका समेत चारों सदस्यों काे गिरफ्तार किया है.

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