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‘सफर’ में ही कट जायेगी आधी जिंदगी
पटना में कभी किसी को िमलने का तय ‘वक्त’ मत दीजिये़ ऐसा करेंगे, तो आप सौ में 99 बार झूठे सािबत होंगे. कारण? दो से तीन किलोमीटर का सफर करीब 30 से 40 िमनट में तय हो रहा है़ यहां पर गाड़ियों के अलावा सब रफ्तार में है़ ट्रैफिक की पहेली सुडोकू से ज्यादा उलझाऊ […]
पटना में कभी किसी को िमलने का तय ‘वक्त’ मत दीजिये़ ऐसा करेंगे, तो आप सौ में 99 बार झूठे सािबत होंगे. कारण? दो से तीन किलोमीटर का सफर करीब 30 से 40 िमनट में तय हो रहा है़ यहां पर गाड़ियों के अलावा सब रफ्तार में है़ ट्रैफिक की पहेली सुडोकू से ज्यादा उलझाऊ है.
मेन रेाड से बचोगे, तो गली में अटक जाओगे. गली से लहरियाकट मारते हुए निकलेंगे, तो आगे कोई ट्रक, गाड़ी, बाइक वाला जाम लगाते िमल जायेगा. आखिर इतने बड़े शहर में ऐसी दिक्कतें क्यों? महज तीन किलोमीटर की दूरी तय करने में 30 िमनट लग तक जाते हैं. यह जानने के लिए हमारे पांच रिपोर्टर सड़कों पर पीक ऑवर में िनकले़ चार बाइक से, एक आॅटो से. उन्होंने कैसे तय की दूरी और रास्ते में क्या – क्या आयीं िदक्कतें… पढ़िए सड़क से सीधी रिपोर्ट.
पानी टंकी से बोरिंग रोड चौराहा
सुबह के दस बज कर बीस मिनट हो रहे हैं. इंद्रपुरी से जैसे ही हम बोरिंग रोड चौराहे की ओर बढ़ते हैं, एएन कॉलेज पानी टंकी के पास हाल ही में लगी ट्रैफिक लाइट रेड हो जाती है. यहां दो मिनट तक रुकने के बाद भी लाइट जलती रहती है.
बोरिंग रोड से आ रही गाड़ियां खत्म हो गयी है, लेकिन रेड लाइट पहले की तरह ऑन है और इधर ट्रैफिक लाइट पर रुकी हुई भीड़ अपनी घड़ी देखती हुई उकता रही होती है. लगभग एक मिनट और गुजरने के बाद लाइट ग्रीन होती है और हम आगे बढ़ते हैं. बस सौ कदम की दूरी पर सिंडिकेट बैंक की शाखा के पास ट्रैफिक पुलिसकर्मी का हाथ हमें फिर से रुकने का इशारा करता है.
आधे मिनट में यहां से निकलने के बाद शिवपुरी मोड़ के सामने कृष्ष्णा अपार्टमेंट से ही हल्का जाम मिलना शुरू होता है, जो लगातार जारी रहता है. यमुना अपार्टमेंट के ठीक पहले ट्रैफिक पोस्ट पर फिर से एक से डेढ़ मिनट का व्यवधान आता है सो इसके बाद हम सहदेव महतो मार्ग से बोरिंग रोड चौराहा आने का रास्ता निकालते हैं.
इसमें बोरिंग कैनाल रोड तक गाड़ी सरपट भागती है, बीकानेर स्वीट्स के पास एकाध मिनट के ट्रैफिक व्यवधान के बाद हमारी गाड़ी बोरिंग रोड क्रॉसिंग पहुंचती है तब तक दस बजकर चालीस मिनट हो चुके होते हैं.
बहादुरपुर से बोरिंग रोड
सुबह 10 बजे बहादुरपुर बाजार समिति से बोरिंग रोड के लिए बाइक से निकला. नाला रोड की आेर जैसे ही बढ़ा, एक सिटी राइड बीच में खड़ी होकर सवारी ले रही थी और पीछे सड़क जाम हो गयी.
रास्ता साफ होते ही बाइक को थोड़ा तेज किया, लेकिन साहित्य सम्मेलन के पास ब्रेक लगाना पड़ गया. इसके बाद एक्जीबिशन रोड ब्रिज के नीचे पहुंचा. यहां ट्रैफिक पुलिस ने रास्ता रोक रखा था. यहां तक पहुंचने में महज 10 मिनट का समय लगा. जमाल रोड पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. यहां बाइक 15 मिनट तक रुकी रही.
जमाल रोड से रास्ता खुला और हम डाकबंगला चौराहा के लिए बढ़े. एसबीआइ एटीएम के पास जाम लगा था. यहां भी 10 मिनट इंतजार के बाद रास्ता खुला. कोतवाली के पास ट्रैफिक पुलिस ने हाथ दिया और चार मिनट वहां भी रुकना पड़ा. इनकम टैक्स गोलंबर पर भी पांच मिनट रुकना पड़ा. जाम का आलम ऐसा था कि अस्पताल जाने का रास्ता बंद हो गया और लोग पुलिस के सिग्नल का इंतजार किये बिना भाग निकले.
इसके बाद रफ्तार बढ़ी. दूसरे लेन में इनकम टैक्स से हाइकोर्ट तक गाड़ियों की लंबी कतार लगी हुई थी. बोरिंग रोड आने वाले रास्ते में हल्का जाम था और मैं 48 मिनट में बोरिंग रोड स्थित ऑफिस पहुंचा.
सिपारा से बोरिंग रोड
सिपारा एसबीआइ ब्रांच के समीप से सुबह 10 बजे बोरिंग रोड चौराहा के लिए बाइक से निकला. सौ मीटर की दूरी पर ही सिपारा पुल के नीचे 10.02 बजे जाम मिला. इस जाम का कारण ऑटो चालक थे, जो पुल के समीप तिराहे पर ही सवारी उतार और चढ़ा रहे थे.
आलम यह था कि न्यू बाइपास से सिपारा आने वाली सड़क, आइओसी रोड और मीठापुर जाने वाली सड़क पर वाहनों की लंबी कतार खड़ी थी. छह मिनटों की मशक्कत के बाद जाम से निजात मिली और 1.4 किमी की दूरी तय कर 10.15 बजे मीठापुर में डॉ अनिता सिंह के क्लिनिक के पास पहुंचा. यहां ऑटो और ट्रक का करीब दो सौ मीटर लंबा जाम लगा हुआ था.
इस जाम में 10 मिनटों तक फंसा रहा. फिर, भिखारी ठाकुर फ्लाइ ओवर होते हुए विधानसभा गेट पहुंचा. यहां ट्रैफिक सिग्नल सुचारू रूप से काम करे रहे थे. यहां से सरदार पटेल मार्ग होते हुए न्यू सचिवालय तक चार किमी की सफर तय कर 10.30 बजे पहुंचा. यहां ट्रैफिक पोस्ट पर खड़ा पुलिसकर्मी हड़ताली मोड़ जाने वाले वाहनों को रोके हुआ था.
इससे बेली रोड से न्यू सचिवालय के गेट पर वाहनों की लंबी कतार खड़ी हो गयी थी. इको पार्क या पटेल मार्ग से आ रहे ऐसे वाहन जिसे पटना जू की ओर जाना था, वे भी कतार में खड़े थे. हड़ताली मोड़ तक जाम नहीं मिला, लेकिन वाहन की स्पीड दो से 10 किमी प्रति घंटा के बीच रही. हड़ताली मोड पर 10.35 में पहुंचा और बोरिंग रोड की ओर मुड़ा. इंदिरा भवन के पास जाम लगा हुआ था. यहां छह मिनट फंसा रहा और 10.45 बजे बोरिंग रोड चौराहा पहुंच पाया. साढ़े पांच किलोमीटर की दूरी 45 मिनट में तय हो पायी.
दानापुर से बोरिंग रोड चौराहा
आज मैं सुबह 9:35 पर मिथिला कॉलोनी दानापुर से बोरिंग रोड चौराहा स्थित अपने आॅफिस के लिए निकली. 9 बजकर 40 मिनट पर राजापुल के लिए ऑटो ली. 9:49 मिनट पर ऑटो दीघा-आशियाना मोड़ पहुंच चुकी थी. यहां से रफ्तार अचानक से धीमी हो जाती है.
यहां जाम लगा हुआ था. सड़क के दोनों किनारे सब्जी दुकानदारों का अतिक्रमण और हाल में बने डिवाइडर. आने -जाने वाले गाड़ियों की लंबी लाइन. उस पर से बाइकवाले बेलगाम. सभी को आगे निकलने की आपा-धापी. मशक्त के बाद दीघा बाजार का सफर पार हुआ. उसके बाद ऑटो जैसे ही अपनी रफ्तार में चलने लगी कि संत माइक्लस हाइ स्कूल के निकट जाम लग गया और ऑटो रुक-रुक कर चलने लगी. इसके बाद ऑटो कुरजी मोड़ पहुंची.
यहां भी जाम. पुलिस वालों का डंडा ऑटो पर बरसने लगा. इसके बाद सभी ऑटो एक लेन में चलने लगी. ऑटो फिर कुरजी अस्पताल के पास रुकी. गोसांय टोला तक रफ्तार ठीक. जाम का तीसरा मेन प्वांइट मैनपुरा में आया. सड़क के किनोर फैले कचरे के कारण बड़े वाहन के आते ही जाम लग गया. गाड़ियां रेंगते हुए 10 बजकर 35 मिनट पर राजापुल पहुंची. आखिरकार 10 बजकर 47 मिनट पर मैं अाॅफिस पहुंची.
कारगिल चौक से बोरिंग रोड
दिन मंगलवार. स्थान कारगिल चौक. घड़ी में ठीक 10 बज रहे थे. कारगिल चौक से बोरिंग रोड चौराहा के लिए बाइक से ऑफिस के लिए निकला. उद्योग भवन के पास पहुंचते ही बाइक में ब्रेक लगानी पड़ी. कार, बाइक ऑटो से लेकर रिक्शा वाले बेतरतीब तरीके से खड़े थे.
दो मिनट के बाद हरी बत्ती का सिग्नल मिला. वाहन तेजी से आगे बढ़ने लगे, लेकिन जाम की स्थिति बनने लगी. आगे बढ़ते ही रामगुलाम चौक पर हरी बत्ती का सिग्नल मिलने के कारण वाहन को रोकना नहीं पड़ा. यही स्थिति होटल मौर्या के गोलंबर के पास रही. पहुंचते-पहुंचते हरी बत्ती का सिग्नल मिला, इसलिए आगे बढ़ता गया. बाइक से टाइम्स ऑफ इंडिया गोलंबर से होते हुए ठीक 10.06 बजे डाकबंगला चौराहा पहुंचा. चौराहा को पार करने वाला ही था कि यातायात पुलिस ने वाहनों को रोक दिया. यहां ठीक आठ मिनट रुकना पड़ा.
ठीक 10.14 मिनट पर सिग्नल मिला और वहां से तारामंडल आयकर गोलंबर होते हुए बेली रोड की ओर मुड़ा. बेली रोड के दूसरे फ्लैंक की ओर काफी भीड़, लेकिन इस ओर ट्रैफिक सामान्य था. इसलिए बाइक को कहीं रोकना नहीं पड़ा. इसके बावजूद बेली रोड से हाइकोर्ट मोड़ की ओर से बोरिंग रोड चौराहा पहुंचने में आठ मिनट लग गये.
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