पटना: सात फेरे लेकर सुमित्र की रक्षा का संकल्प लेनेवाले पति ने ही पैर काट कर उसे विकलांग बना दिया. प्रभात खबर में उसकी दर्द भरी दास्तां प्रकाशित होने के बाद हर दिन कई लोग उसकी मदद की इच्छा जता रहे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता अनिल सुलभ ने उसे कृत्रिम पैर देने की बात कही. उन्होंने बताया कि उसके पैर का जख्म ठीक होने पर बेऊर स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर के जरिये कृत्रिम पैर दिया जायेगा.
जक्कनपुर निवासी पूर्वा ने भी सुमित्र की खबर पढ़ उसकी मदद करने की सोची. वह अपनी मां मधु कुमारी के साथ प्रभात खबर कार्यालय में पहुंच कर 500 रुपये व स्वेटर दिया.
वे कहती हैं कि हमारे देश में युवाओं में पैसे कमाने की होड़ मची है, जिससे समाज में विसंगति उत्पन्न हो रही है. ऐसे में युवा अधिक से अधिक भागीदारी निभा कर समाज को दिशा दें. दीघा निवासी एसबीआइ से चीफ ब्रांच मैनेजर से रिटायर गौरी शंकर भगत ने सुमित्र के लिए तीन हजार रुपये दिये. उन्होंने अपने बेटे शिव शंकर गौरव के हाथों पैसे भिजवाये. श्री शंकर ने बताया कि सुमित्र की खबर पढ़ बेटे से मदद करने को कहा. वहीं बंगाली टोला से पॉलिटेक्निक द्वितीय वर्ष के छात्र धर्मेश कुमार ने भी 500 रुपये देकर सुमित्र की मदद की.