पटना : बिहार में गत मार्च महीने में आयोजित मैट्रिक परीक्षा में व्यापक स्तर पर कदाचार के कारण हुई फजीहत से सबक लेते हुए कदाचार मुक्त परीक्षा के आयोजन के लिए नीतीश सरकार सख्त कदम उठाएगी. बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि आगामी वर्ष 2016 की माध्यमिक मैट्रिक और उच्च माध्यमिक इंटरमीडियट परीक्षा के स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त आयोजन के लिए इस बार कई आवश्यक और कारगर पहल किये जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि इसके तहत 100 दिन पूर्व परीक्षा की तिथि की घोषणा एवं 90 दिन पूर्व परीक्षा कार्यक्रम का प्रकाशन, परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति के साथ-साथ वैसे परीक्षा केंद्र को इस वर्ष परीक्षा केंद्र के रुप में चयनित नहीं किया जायेगा, जहां विगत तीन वर्षों में कदाचार होने की सूचना है. चौधरी ने बताया कि वर्ष 2016 में परीक्षा केंद्रों से विद्यालय की सम्बद्धता में पूर्व वर्ष को नहीं दोहराने का निर्देश दिया गया है.
उन्होंने बताया कि परीक्षा अवधि में राज्य मुख्यालय में पदस्थ बिहार शिक्षा सेवा के पदाधिकारियों को जिलों में उडनदस्ता दल के रुप में भेजा जायेगा. चौधरी ने बताया कि किसी जिले में कदाचार की घटना होने पर संबंधित जिले के जिला शिक्षा पदाधिकरी एवं संबंधित केंद्र के केंद्राधीक्षक पर उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मैट्रिक परीक्षा 2016 के परीक्षाफल में गुणात्मक सुधार के लिए सेटअप परीक्षा के बाद सभी विद्यालयों में नियमित रुप से कक्षाएं संचालित होगी ताकि वर्ग दस का निर्धारित पाठ्यक्रम पूर्ण हो सके.