छात्र पर हाथ उठाने का लगाया आरोप
पटना : पीजी वोकेशनल कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम की मंजूरी के सवाल पर बुधवार को भी पटना विश्वविद्यालय का माहौल गरम रहा. आंदोलन के तीसरे दिन छात्रों ने बुधवार को भी विश्वविद्यालय बंद कराया.
इस क्रम में एक छात्र पर हाथ उठाने के आरोप में छात्र-छात्राओं ने डीएसडब्ल्यू डॉ कार्यानंद पासवान से उनके चैंबर में घुस कर धक्का-मुक्की की. यही नहीं छात्र-छात्राओं ने उनके चेंबर में तोड़-फोड़ भी की. इससे चैंबर का दरवाजा टूट गया और कुरसियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं. बाद में स्थिति संभालने पहुंचे कुलपति डॉ अरुण कुमार सिन्हा और एएसपी मनोज तिवारी को भी छात्रों का आक्रोश ङोलना पड़ा. स्थिति यह हो गयी कि कुलपति को छात्रों ने अंदर नहीं जाने दिया.
छात्रों का आरोप गलत होगी एफआइआर
इस बीच डॉ कार्यानंद पासवान ने एक छात्र पर हाथ उठाने के आरोप को गलत बताया और कहा कि इस मामले में शामिल छात्रों की पहचान करने के बाद प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. उनके चैंबर में कोई लड़की आयी ही नहीं थी. जो छात्र आये थे, उनसे परिचय पत्र मांगा गया, तो एक छात्र ने परिचय पत्र दिखाया. जब उसका नाम आदि लिखने लगे, तो उसने परिचय पत्र छीन लिया और कुछ जरूरी कागजात भी अपने साथ ले गये. साथ ही जाते-जाते जान से मारने की धमकी भी दी.
छात्रों ने की कार्रवाई की मांग
छात्रों ने कहा कि वे लोग पीजी वोकेशनल कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम की मंजूरी के लिए आंदोलन के क्रम में विश्वविद्यालय बंद करा रहे थे. इस मुद्दे पर बात करने गये, तो डीन ने परिचय पत्र मांगा. जब एक छात्र ने परिचय पत्र दिया, तो उसी पर कुछ लिखने लगे. छात्रों को लगा कि एडमिशन कैंसिल कर रहे हैं या कोई कार्रवाई के लिए लिख रहे हैं. इसी आशंका में उस छात्र ने उनके हाथ से आइ कार्ड ले लिया.
इसके बाद वे छात्रों से उलझ गये और फिर धक्का-मुक्की हो गई. इस बीच छात्र लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजीव सरदार, छात्र राजद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनिल यादव आदि ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय का माहौल अराजक हो गया है. छात्रों की मांगों पर कोई गंभीर पहल नहीं होती. दोनों नेताओं ने डीएसडब्ल्यू पर कार्रवाई की मांग की है.
परीक्षा स्थगित करने के आश्वासन पर अनशन समाप्त
पीजी वोकेशनल कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम को मंजूरी मिलने तक कोई एग्जाम नहीं कराने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे छात्रों का अनशन देर शाम समाप्त हो गया. डिपार्टमेंट ऑफ अप्लायड इकोनॉमिक्स एंड कॉमर्स के हेड डॉ चंद्रमा सिंह व प्रो नवल किशोर चौधरी की पहल पर छात्रों ने अनशन समाप्त कर दिया. विश्वविद्यालय की ओर से दोनों प्रतिनिधियों ने इस समस्या का समाधान होने तक ट्रेडिशनल कोर्स की सेमेस्टर परीक्षा स्थगित रखने का आश्वासन दिया.